यौन उत्पीडन के खिलाफ़ बॉलीवुड में मीटू आंदोलन एक तूफ़ान बनकर आया था जिसकी चपेट में यूं तो कई बड़े-बड़े नाम आए थे लेकिन अब एक-एक करके ये सभी नाम यौन उत्पीडन के इस आरोप से आजाद होते हुए नजर आ रहे हैं । एक तरफ़ नाना पाटेकर को पुलिस ने सबूतों के अभाव में इस केस से आजाद कर दिया था वहीं अब यौन उत्पीडन का आरोप झेल रहे बॉलीवुड सिंगर और इंडियन आइडल 11 के फॉर्मर जज अनु मलिक भी लंबे इस आरोप से राहत मिली है ।

#MeToo: यौन शोषण का आरोप झेल रहे अनु मलिक के खिलाफ़ महिला आयोग को नहीं मिला सबूत इसलिए केस किया बंद

अनु मलिक का केस हुआ बंद

अनु मलिक को उनके ऊपर चल रहे सेक्सुअल हैरेसमेंट के केस में अब राहत मिल गई है । अनु के खिलाफ अतिरिक्त सबूत नहीं मिलने के कारण उनपर चल रहे केस को फिलहाल बंद कर दिया गया है । यह केस नेशनल कमिशन फॉर वीमेन (NCW) संभाल रहीं थी । महिला आयोग को अनु मलिक के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले इस वजह से उन्हें ये कदम उठाना पड़ा ।

अनु ने एक ओपन लेटर लिखकर बताया था कि उनपर लगे इल्जाम झूठे हैं, जिसकी वजह से न केवल उनकी छवि खराब हो रही है बल्कि उनके परिवार के मानसिक हालात भी खराब हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि इस घटना ने उन्हें काफी चोट पहुंचाया और उनके करियर को बर्बाद किया है । अनु ने कहा था कि इन वजहों से वह काफी तकलीफ में हैं और अपने लिए न्याय चाहते हैं ।

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आपको बता दें कि अनु पर यौन आरोपों की शुरुआत साल 2018 में मीटू कैंपेन के जरिए हुई थी । मीटू कैंपेन के दौरान सिंगर सोना महापात्रा, श्वेता पंडित, नेहा भसीन, कैरालिसा मोंटेरो और इंडियल आइडल की पूर्व प्रड्यूसर डेनिका डिसूज़ा ने अनु मलिक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाए थे । उस वक्त अनु मलिक इंडियन आइडल सीजन 10 के जज थे । इन आरोपों की वजह से उन्हें शो से बाहर कर दिया गया ।