जहां एक तरफ़ सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच करने में जुटी हुई है वहीं बॉम्बे हाईकोर्ट ने कुछ दिन पहले रिया चक्रवर्ती द्दारा सुशांत की बहनों (प्रियंका सिंह और मीतू सिंह) के खिलाफ़ कराई गई FIR को गलत बताकर उन पर लगाए गए आरोपों को काल्पनिक बतलाया । साथ ही सीबीआई ने बॉम्बे हाईकोर्ट में रिया की ओर से मुंबई पुलिस में दाखिल कराई गई एफआईआर पर भी आपत्ति जताई । सीबीआई का मुंबई पुलिस के लिए कहना था कि उन्हें एफआईआर दर्ज करने से पहले शुरुआती जांच कर लेनी चाहिए थी । एक ही चीज के लिए दो एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती है । सीबीआई ने इस एफआईआर को कानूनी रूप से गलत बताया था । और अब इसी मुद्दे पर मुंबई पुलिस ने बॉम्बे हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की बहनों के खिलाफ FIR दर्ज करना उनका कर्तव्य था । पुलिस ने कहा कि रिया द्वारा प्रियंका सिंह और मीतू सिंह के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत ने ‘अपराध होने का खुलासा’ किया है ।
सुशांत सिंह राजपूत की बहनों के खिलाफ़ FIR फाइल करने के लिए कर्तव्यबद्ध थी
बांद्रा पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक निखिल कापसे की ओर से दायर हलफनामे में कहा गया है कि राजपूत की बहनों के खिलाफ एफआईआर दायर करके पुलिस सीबीआई की जांच को ‘प्रभावित करने या पटरी से उतारने' की कोशिश नहीं कर रही । बॉम्बे हाई कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा गया कि वो एफआईआर फाइल करने को लेकर कर्तव्यबद्ध थी । पुलिस ने उन आरोपों को भी खारिज किया है कि वो सुशांत और उनकी बहनों की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने की कोशिश कर रही है । मुंबई पुलिस ने अपने इस हलफनामे में सुशांत की बहनों- प्रियंका सिंह और मीतू सिंह- की ओर से दाखिल की गई याचिका को खारिज करने का आग्रह किया है ।
सुशांत की मानसिक हालत बहनों द्वारा दी गई दवा से बिगड़ी
बांद्रा पुलिस के पुलिस निरीक्षक निखिल कापसे ने हलफनामा दाखिल कर कहा है कि पुलिस किसी भी याचिकाकर्ता या मृतक की छवि को खराब नहीं कर रही है. हलफनामे में बीना जांच दवाइयों की Prescription का जिक्र है. एफिडेविट के मुताबिक मुंबई पुलिस ने कहा है कि ''शायद सुशांत सिंह राजपूत की मानसिक हालत बहनों द्वारा दी गई दवा से बिगड़ी ।''
बता दें कि रिया ने सितंबर महीने में सुशांत की बहनों के खिलाफ धोखाधड़ी और गैर-कानूनी तरीके से सुशांत को दवाएं देने का केस दायर किया था । रिया ने अपनी शिकायत में प्रियंका सिंह, मीतू सिंह और राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल के डॉक्टर तरुण कुमार को आरोपी बनाया है । एफआईआर में आरोप लगाया था कि सुशांत की बहनों ने सुशांत को बिना किसी डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के दवाइयां दी जिसकी वजह से एक्टर को पैनिक अटैक आया था । यह एफआईआर बांद्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई थी फ़िर बाद में इसे सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया ।