भले ही कंगना रनौत की ऐतिहासिक फ़िल्म मणिकर्णिका- द क्वीन ऑफ़ झांसी बॉक्सऑफ़िस पर जबरदस्त प्रदर्शन कर रही हो और अपनी रिलीज के महज तीन दिनों में 40 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर चुकी हो लेकिन इस फ़िल्म पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे है । कंगना रनौत और क्रिश के निर्देशन में बनी मणिकर्णिका को भले ही दर्शकों और क्रिटिक्स ने खूब सराहा हो लेकिन अब फ़िल्म के निर्देशक क्रिश को इसमें कुछ खामियां लग रही हैं जिसका खुलासा खुद क्रिश ने बॉलीवुड हंगामा के साथ हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में किया । इतना ही नहीं क्रिश ने खुलकर कंगना रनौत पर आरोप लगाते हुए हैरत अंगेज खुलासे किए है जिसमें उन्होंने कंग़ना द्दारा फ़िल्म से निकाले जाने से लेकर उन्हें फ़िल्म छोड़ने को मजबूर कर देने संबंधी कई खुलासे किए है ।

मणिकर्णिका के निर्देशक क्रिश ने रिलीज के बाद कंगना रनौत के खिलाफ़ मोर्चा खोला, फ़िल्म से जबरन निकालने से लेकर अन्य स्टार्स के महत्वपूर्ण सीन काटने का आरोप लगाया

 

कंगना रनौत के खिलाफ़ क्रिश ने खोला मोर्चा

बॉलीवुड हंगामा से खास बातचीत में क्रिश ने कंगना पर आरोप लगाते हुए अपने और सोनू सूद के प्रोजेक्ट से अलग होने के बारें में भी खुलासे किए । क्रिश के अनुसार ये फिल्म जो, प्लान की गई थी, वैसी नहीं बनी है । फिल्म अच्छी है लेकिन उन्होंने जो सोचा था, उससे अलग है । कंगना ने फिल्म को देखने के बाद इसमें कई सारी कमियां बता सब कुछ अपने हिसाब से कर दिया ।

कंगना शूटिंग के दौरान बहुत रुड थी

''मणिकर्णिका की शूटिंग के दौरान कंगना बहुत रूड थीं । मैंने उनको ये समझाने की कोशिश की थी कि जिस तरह से फिल्म बन रही है ये एक भोजपुरी फिल्म की तरह लगेगी । मगर वे हर समय रूड थीं और बाकी स्टार्स के सीन्स को काटने की मांग कर रही थीं । वे चाहती थीं कि फिल्म के अधिकतर सीन्स में वही रहें । फिल्म में जैसे ही कोई किरदार स्ट्रॉन्ग होता हुआ दिखता था तो कंगना उस किरदार को कट करने का दबाव बनाती थीं। कृष के मुताबिक- कंगना ने उन पर ये भी दबाव डाला कि वह सोनू सूद के किरदार को इंटरवल तक खत्म कर दिया जाए।

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कंग़ना पर आरोप लगाते हुए क्रिश ने आगे कहा कि, ''शूटिंग के दौरान मेरा तिरस्कार किया गया । मुझे फाइनल फिल्म नहीं दिखाई गई । मुझे स्क्रीनिंग में नहीं बुलाया गया था । मेरे और कंगना के बीच अच्छे रिश्ते नहीं थे । मैं फिल्म के VFX से खुश नहीं हूं, वे बेहतर हो सकते थे ।''

शूटिंग की बागडोर अपने हाथ में लेने के बाद कंग़ना ने बाकी एक्टर्स के सीन डिलीट कर दिए । तांत्या टोपे, काशी के सीन, जो कि इतिहास की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण थे, काटे गए । जबकि इतिहास के हिसाब से मुझे ये गलत लगा । कंगना ने फिल्म की वैल्यू कम कर दी । ये बस एक फिल्म नहीं है । ये एक घटना भर है । पहली एडिट देखने के बाद कंगना ने कहा- "अरे, सोनू सूद को रोल बहुत ओवरपावरिंग नहीं है? नहीं नहीं, वो कुश्ती सीक्वेंस की जरूरत नहीं है, वो हटा देंगे । कंगना ने फिल्म में खुद पर फोकस किया है । फिल्म में सोनू के किरदार की लेंथ 100 मिनट की थी जिसे बाद में काटकर 60 मिनट का कर दिया गया । सोनू ने इसी वजह से फिल्म छोड़ दी ।

''सोनू सूद को सेकंड हाफ में मरना था, लेकिन कंगना उनका रोल इंटरवल से पहले ही खत्म करना चाहती थीं । आप ये नहीं कह सकते कि ये सीन काटेंगे, थोड़ा क्रिस्प बनाएंगे । ऐसे फिल्म मेकिंग नहीं होती । मुझे कंगना की चीजों को दर्शाने से दिक्कत है ।

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जून में कंगना ने सबकी तारीफ की । लेकिन जब वे क्रेडिट लेना चाहती थीं तो उन्होंने कहा- जो आपने किया वो अच्छा नहीं है, मैंने इसे बेहतर बनाया है । मैं 400 दिन शूटिंग पर था. फिल्म पूरी की । लेकिन बाद में मुझसे पूछा जाता है कि आपने फिल्म क्यों छोड़ी?