क्या आपको सरफ़रोश फ़िल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी याद हैं ? आज भले ही वह एक बड़े स्टार हों लेकिन उन्होंने ये बड़ा स्टार बनने के लिए काफ़ी संघर्ष किया है । जूनियर आर्टिस्ट से लेकर एक बड़ा स्टार होने तक नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने काफ़ी कुछ सहा है । इन दिनों नवाजुद्दीन सिद्दीकी अपनी आगामी फ़िल्म ठाकरे, जो दिग्गज नेता बालासहेब ठाकरे की जिंदगी पर आधारित बायोपीक है, के प्रमोशन में व्यस्त हैं । इसी प्रक्रिया के दौरान नवाजुद्दीन ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कुछ ऐसे खुलासे किए, जिन्हें सुनकर किसी की भी आंखों में आंसू आ जाए ।

एक बड़ा स्टार बनने से पहले नवाजुद्दीन सिद्दीकी को अपने संघर्ष के दिनों में धनिया तक बेचना पड़ा

नवाजुद्दीन सिद्दीकी द कपिल शर्मा के शो में ये खुलासा किया

अपनी फ़िल्म ठाकरे के प्रमोशन के लिए कपिल शर्मा के शो, द कपिल शर्मा में पहुंचे नवाज ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए हैरत अंगेज खुलासे किए । नवाज ने बताया कि, उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों में धनिया तक बेचा है । एक बार उन्होंने सब्जी वाले से 200 रु का धनिया खरीदा बेचने के लिए, लेकिन कुछ देर बाद वह धनिया पीला पड़ने लगा इस पर वह सब्जी वाले के पास फ़िर से गए और उसे बताया कि उससे खरीदा हुआ धनिया तो पीला पड़ गया इस पर सब्जी वाले ने कहा कि उस पर लगातार पानी छिड़कना पड़ता है तब जाकर धनिया पूरे दिन ताजा बना रहता है ।

अब क्योंकि उनका धनिया खराब हो चुका था और इससे वो पैसे नहीं कमा [आए इसके चलते उनके पास पैसे नहीं बचे क्योंकि उन्होंने 200 रु तो धनिए में लगा दिए थे । इस कारण उन्हें ट्रेन में बिना टिकट सफ़र करना पड़ा ।

यह भी पढ़ें : नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने मंटो बनने के लिए फ़ीस के रूप में लिया सिर्फ़ 1 रु

वहीं दूसरी तरफ़ नवाज ने एक वाकया बताया जिसमें उन्हें सैलरी के रूप में बतौर जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर महज 4000 रु मिले थे । जहां उन्हें उसका आधा हिस्सा अपने सहयोगियों को देना पड़ा था, इसके बाद 1800 रु होटल के किराए में कखर्च हो गए और बाकी के रिक्शा में । इसके बाद जब उन्होंने निष्कर्ष निकाला तो पाया कि उन्हें पास तो फ़ूटी कोड़ी भी नहीं बची । खैर, अपने संघर्षपूर्ण दिनों के बारे में उनके निर्लिप्त रहस्योद्घाटन के बाद हम यही कहना चाहते हैं कि नवाज का सादापन उन्हें एक बड़ा स्टार बनाता है ।