हिमेश रेशमिया की फिल्म बैडएस रवि कुमार सिनेमाघरों में रिलीज होने से पहले ही फिल्म इंडस्ट्री में सफलता की नई परिभाषा गढ़ रही है । महज 20 दिनों में इसके ट्रेलर, डायलॉग और म्यूजिक को यूट्यूब पर 1.2 बिलियन से ज्यादा बार देखा गया है, जिससे फिल्म ने खूब चर्चा बटोरी है। बैडएस रवि कुमार की रणनीतिक वित्तीय योजना, वायरल म्यूजिक और इनोवेटिव रेवेन्यू स्ट्रीम ने इसे हाल के समय की सबसे किफायती फिल्मों में से एक बना दिया है ।

हिमेश रेशमिया की फिल्म बैडएस रवि कुमार रिलीज से पहले ही कमाई करने में रही ब्लॉकबस्टर ; स्मार्ट बजटिंग, वायरल म्यूजिक समेत इन स्ट्रेटजी को अपनाकर फ़िल्म ने बनाया प्रॉफिट

बैडएस रवि कुमार ने रिलीज से पहले ही कमाई में बनाया रिकॉर्ड

बैडएस रवि कुमार का संगीत एक गेम-चेंजर रहा है, जिसने फिल्म की प्री-रिलीज़ सफ़लता में अहम भूमिका निभाई है। ‘दिल के ताज महल में’, ‘तंदूरी डेज़’, ‘तेरे प्यार में’, ‘हुकस्टेप हुक्का बार’ और ‘बाज़ार ए इश्क’ जैसे ट्रैक प्रशंसकों के पसंदीदा बन गए हैं, जो स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर काफ़ी लोकप्रिय हो रहे हैं। फ़िल्म के म्यूजिक राइट्स ने अकेले ही इसकी कमाई में काफ़ी योगदान दिया है, जिसमें लाइसेंसिंग डील और ब्रांड पार्टनरशिप ने रेवेन्यू में इज़ाफ़ा किया है।

दिलचस्प बात यह है कि फिल्म में केवल कुछ ट्रैक हैं, जबकि एल्बम में 16 गाने हैं। शेष ट्रैक अलग से रिलीज़ किए जाएँगे, जिससे संगीत की बिक्री और स्ट्रीमिंग से अतिरिक्त रेवेन्यू बनेगा। इस दृष्टिकोण ने न केवल फिल्म की पहुँच को बढ़ाया है, बल्कि सिनेमाघरों में रिलीज़ होने से पहले ही आय का एक स्थिर प्रवाह सुनिश्चित किया है।

बैडएस रवि कुमार के पीछे की प्रोडक्शन टीम ने फिल्म के बजट की सावधानीपूर्वक योजना बनाई, इसे केवल 20 करोड़ रुपये पर सीमित रखा । प्री-रिलीज़ रेवेन्यू स्ट्रीम को अधिकतम करने पर ध्यान केंद्रित करके, उन्होंने फिल्म के बड़े पर्दे पर आने से पहले ही वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर ली। सरकारी सब्सिडी ने उत्पादन लागत को कवर करने में मदद की, जिससे वित्तीय जोखिम कम हो गए।

म्यूजिक रेवेन्यू, लाइसेंसिंग सौदों और सब्सिडी के माध्यम से पूरे बजट को कवर करने के साथ, टिकट बिक्री, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और सैटेलाइट अधिकारों से होने वाली सभी आय सीधे लाभ में बदल जाएगी । इस अभिनव वित्तीय मॉडल ने फिल्म उद्योग में दक्षता के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है ।

महामारी के बाद की दुनिया में जहां कई फ़िल्में बॉक्स ऑफ़िस पर भी कमाई करने के लिए संघर्ष कर रही हैं, वहीं बैडएस रवि कुमार ने पहले ही ब्लॉकबस्टर का दर्जा हासिल कर लिया है। इसकी वायरल अपील, रणनीतिक वित्तीय योजना के साथ मिलकर एक जीत का फ़ॉर्मूला तैयार कर चुकी है। बैडऐस रवि कुमार अपनी थिएट्रिकल रिलीज़ के लिए तैयार है, यह एक उदाहरण के रूप में सामने आता है कि कैसे स्मार्ट प्लानिंग से सफलता मिल सकती है।