अपनी फ़िल्म कमांडो से लोकप्रिय हुए अभिनेता विद्युत जामवाल को अपने एक 12 साल पुराने कानूनी केस से राहtर मिल गई है । बता दें कि विद्युत जामवाल पर 12 साल पहले मारपीट करने का आरोप लगा था जिसके बाद ये मामला अदालत तक पहुंच गया । तमाम छानबीन और तफ़्दीश के बाद सबूतों के अभाव के कारण कोर्ट ने विद्युत को इस मामले में बरी कर दिया है ।

विद्युत जामवाल के खिलाफ़ नहीं मिला कोई सबूत इसलिए 12 साल पुराने इस केस में हुए बरी

विद्युत जामवाल के खिलाफ़ पुलिस को कोई सबूत नहीं मिले

दरअसल, साल 2007 में जुहू के एक व्यापारी ने विद्युत पर आरोप लगाया था कि जामवाल और उनके एक दोस्तों ने मिलकर एक पांच सितारा होटल में उनके सिर पर एक बोतल दे मारी थी । जिसके बाद उस व्यापरी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई । पुलिस ने खूब छानबीन की और मामला कोर्ट तक पहुंच गया ।

विद्युत के वकील ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "यह केस विद्युत पर लगे आरोप पर आधारित था कि उन्होंने 2007 में मुंबई के एक क्लब में पार्टी करने के दौरान किसी के साथ हिंसा की । ट्रायल के दौरान कोर्ट को विद्युत के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं मिले । कोर्ट ने हमारा प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए विद्युत को बरी कर दिया है ।"

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विद्युत के वर्क फ़्रंट की बात करें तो, विद्युत की पिछली फ़िल्म जंगली थी । लेकिन ये फ़िल्म बॉक्सऑफ़िस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई ।