दिवाली के मौके पर जहां बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्में हॉरर कॉमेडी थामा और इंटेंस रोमांटिक ड्रामा एक दीवाने की दीवानियत सिनेमाघरों में रिलीज़ होने जा रही हैं, वहीं इस बार रीजनल सिनेमा भी फेस्टिव सीजन का फायदा उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार है । आमतौर पर इस समय मराठी, गुजराती और पंजाबी फिल्में रिलीज़ से बचती हैं, लेकिन इस साल बॉक्स ऑफिस पर अपवाद देखने को मिलेगा, क्योंकि कई बड़ी रीजनल फिल्में भी दिवाली के दौरान बॉक्स ऑफिस पर थामा और एक दीवाने की दीवानियत से मुकाबले के लिए तैयार हैं ।

बॉक्स ऑफिस पर पैन इंडिया फ़िल्मों से भिड़ेंगी रीजनल फ़िल्में
मराठी सिनेमा से प्रेमाची गोष्ट 2, 21 अक्टूबर को रिलीज़ होगी। यह 2013 की लोकप्रिय फिल्म प्रेमाची गोष्ट का सीक्वल है, जिसमें इस बार स्वप्निल जोशी, ललित प्रभाकर, ऋचा वैद्य और ऋधिमा पंडित मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म का ट्रेलर अपने हास्य और कहानी के नए ट्विस्ट के कारण दर्शकों को खूब पसंद आ रहा है। इसे PVR Inox Pictures रिलीज़ करेगी। दिलचस्प बात यह है कि महेश मांजरेकर निर्देशित पुन्हा शिवाजीराजे भोसले पहले दिवाली पर रिलीज़ होने वाली थी, लेकिन अब इसकी रिलीज़ डेट आगे बढ़ाकर 31 अक्टूबर कर दी गई है।
गुजराती सिनेमा की ओर से छनिया टोली दिवाली पर दस्तक देगी। आनंद पंडित मोशन पिक्चर्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में यश सोनी, रघु जानी, निकिता शर्मा, नेतरी त्रिवेदी, हीना जयकिशन और सोहनी भट्ट नज़र आएंगे, जबकि शैतान (2024) फेम जंकी बोदीवाला इसमें स्पेशल अपीयरेंस में दिखेंगी।
फिल्म की कहानी एक गांव की महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती है जो बैंक लूटने की योजना बनाती हैं, जिससे अफरा-तफरी मच जाती है। इसे मज़ाक में दर्शक Gujarati Money Heist कह रहे हैं। फिल्म के ट्रेलर को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है, और गुजरात के एग्ज़िबिटर्स को उम्मीद है कि यह फिल्म बड़ा सरप्राइज़ दे सकती है।

वहीं पंजाबी सिनेमा से गड्डे गड्डे छा 2 (Godday Godday Chaa 2) दिवाली पर रिलीज़ होगी। यह 2023 की सफल फिल्म गड्डे गड्डे छा का सीक्वल है और इसमें अम्मी विर्क, तान्या, गुरजाज़, गिताज बिंदराखिया और नीकीत ढिल्लों जैसे स्टार्स नजर आएंगे। फिल्म का निर्देशन फिर से विजय कुमार अरोड़ा ने किया है, जिन्होंने हाल ही में सन ऑफ सरदार 2 डायरेक्ट की थी।
ट्रेड सर्किट में पहले से ही स्क्रीन शेयरिंग को लेकर घमासान की संभावना जताई जा रही है। एक ट्रेड एक्सपर्ट ने कहा, “जब दो बड़ी हिंदी फिल्में साथ रिलीज़ होती हैं तो स्क्रीन क्लैश आम बात है। पिछले हफ्ते हमने यह कांतारा और सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी के साथ देखा था। अब दिवाली पर थामा और एक दीवाने की दीवानियत आमने-सामने होंगी। लेकिन इस बार मुकाबला और कठिन होगा क्योंकि मराठी, गुजराती और पंजाबी फिल्में भी अपने मजबूत दर्शक वर्ग और बड़े प्रोड्यूसर्स के साथ आ रही हैं। ऐसे में एग्ज़िबिटर्स को स्क्रीन अलॉटमेंट को लेकर संतुलन साधना पड़ेगा।”
एक महाराष्ट्र के सिंगल-स्क्रीन एग्ज़िबिटर ने कहा, “दिवाली पर मराठी फिल्में पहले भी आई हैं। 2015 में मुंबई पुणे मुंबई 2 और कट्यार कळजात घुसली जैसी फिल्में प्रेम रतन धन पायो के साथ रिलीज़ हुई थीं और सब कुछ ठीक रहा था। हालांकि अब स्क्रीन शेयरिंग की रणनीतियाँ काफी बदल चुकी हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस बार भी बड़ी परेशानी होगी।”
















