संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक महत्वाकांक्षी फ़िल्म पद्मावती, जो अब पद्मावत हो गई है, अब रिलीज होने को बिल्कुल तैयार है । ये फ़िल्म अपने विवाद को लेकर बेहद चर्चा में रही है । भंसाली की ये फ़िल्म इतनी विशाल और भव्य है कि बड़े पर्दे पर यह फ़िल्म बिनी किसी संदेह के शानदार प्रदर्शन करेगी । लेकिन दुख की बात ये है कि इस फ़िल्म को शुरुआत से ही कई प्रकार के विरोध का सामना करना पड़ा । कानून और व्यवस्था की स्थिति का सामना करते हुए, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा ने अपने-अपने राज्यों में फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लगा दिया । लेकिन फ़िल्ममेकर्स भी हार मानने को तैयार नहीं थे उन्होंने इस बाबत सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और पिछले उदाहरण देते हुए अपना पक्ष रखा, और फ़ैसला मेकर्स के पक्ष में होने की पूरी-पूरी उम्मीद है । और अब, पद्मावत के निर्माताओं ने एक और जीत हासिल कर ली है । निर्देशक संजय लीला भंसाली ने आर्ट्स लिविंग फाउंडेशन के प्रतिष्ठित आध्यात्मिक नेता और संस्थापक धर्म गुरू श्री श्री रवि शंकर के लिए अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म की एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया ।

फिल्म की स्क्रीनिंग 15 जनवरी को कर्नाटक के बेंगलुरु में श्री श्री रविशंकर के आश्रम में हुई थी । सौभाग्य से संजय लीला भंसाली के लिए, आध्यात्मिक नेता ने फिल्म को बहुत सराहा और पसंद किया है । उन्होंने फ़िल्म देखकर कहा कि, यह अद्भुत है और इस पर हमें गर्व है । यह रानी पद्मिनी का सम्मान है । पूरी फिल्म में ऐसी कोई बात नहीं है, जिस पर आपत्त‍ि जताई जाए । मुझे इस बात पर हैरानी है कि कुछ लोग इस फिल्म का विरोध कर रहें हैं । फिल्म को लेकर अब तक जो विवाद हुआ वह बेवजह है । यह फिल्म रानी पद्म‍िनी को सच्ची श्रद्धांजलि और राजपूतों के सम्मान की गौरव गाथा है ।

गौरतलब है कि पद्मावत में रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर अहम भूमिका में नजर आएंगे । यह फ़िल्म 24 जनवरी को पैड प्रीव्यू के तौर पर रिलीज होगी, जबकि गुरुवार, 25 जनवरी को सभी के लिए सिनेमाघरों में रिलीज होगी ।