फ़िल्म निर्माता और निर्देशक यश जौहर के बेटे करण जौहर आज हिंदी सिनेमा के सबसे दिग्गज फ़िल्ममेकर में से एक हैं । लेकिन इसके बावजूद उन्हें ट्रोलिंग का भी शिकार होना पड़ता है । हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में करण जौहर ने खुलासा किया कि उनके दिवंगत पिता-निर्माता यश जौहर के निधन के बाद उन्हें एक लेटर मिला था जो बेसिकली एक बिज़नेस लेटर था जिसमें उन्होंने फ़ाइनेंस से जुड़ी जानकारी मसलन फंड और बैंक अकाउंट की जानकारी दी थी साथ ही इस बात की भी जानकारी दी गई है कि उन्हें किन पर भरोसा करना चाहिए और किन पर नहीं । 

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पिता की इस सीख से फ़िल्म बिजनेस चलाते हैं करण जौहर

मास्टर्स यूनियन्स बिजनेस ऑफ बॉलीवुड को दिए एक इंटरव्यू में, करण ने कहा, “मेरे पिता के निधन के चौथे दिन, हमने एक प्रार्थना सभा की थी, जिसके बाद मैं अकेले ऑफिस आया और सोचने लगा कि मैं इस कंपनी को कैसे चलाऊंगा ? मुझे यह भी नहीं पता कि मेरा पैसा कहां है ? क्योंकि मेरे पिताजी ने मेरी मां और मेरे लिए सब संभाल रखा था । मैं बहुत बिगड़ा हुआ था । दरअसल, एक दिन मैं आईफा अवॉर्ड से वापस लौटा और मेरे पिता चाहते थे कि मैं चेक पर साइन करूं । लेकिन मुझे ऑटोग्राफ साइन करने की आदत थी इसीलिए मैने चेक पर मेरी तरफ से बहुत सारा प्यार लिख दिया क्योंकि मैं फाइनेंस से बिल्कुल जुड़ा हुआ नहीं था ।

करण ने पिता के दिए लेटर को लेकर कहा, “मेरा दोस्त एक लेटर लेकर आया था, जो मेरे पिता छोड़ गए थे । हालांकि यह बिजनेस को लेकर था, ना कि कोई इमोशनल लेटर । उसमें में कहा गया था कि पैसे कहां थे जैसे कि म्युचुअल फंड और निवेश से जुड़ी जानकारी । उन्होंने यहां तक कहा कि वे कौन से लोग हैं, जिन पर आप भरोसा कर सकते हैं और किन पर आप भरोसा नहीं कर सकते । इस तरह आपको बिजनेस को आगे बढ़ाना चाहिए । पिता का वो लेटर मेरे  लिए बाइबिल की तरह बन गया । मैंने उन पन्नों को बाइबिल की तरह लिया, जिसमें बैंक खातों से जुड़ी जानकारी थी ।

बता दें, कई हिट फिल्मों को डायरेक्ट कर चुके धर्मा प्रोडक्शंस के संस्थापक यश जौहर का जून 2004 में कैंसर से निधन हो गया था । इसके बाद उनके बेटे करण जौहर धर्मा प्रोडक्शंस के प्रमुख बने और फ़िल्मों के बिज़नेस को संभाला । करण ने अपने करियर में कई कल्ट फ़िल्में दी हैं ।