कॉमेडियन और एक्टर सुनील पाल घंटों 2 दिसंबर को मिसिंग हो गए थे । वो एक शो के लिए मुंबई से निकले थे, जिसके बाद वो गायब हो गए थे । उनकी वाइफ ने संपर्क टूटने के बाद परेशान होकर 3 दिसंबर को सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई । पुलिस ने एक्शन लिया फिर सुनील पाल का पता चला । 4 दिसंबर को सुनील सुरक्षित घर लौट आए हैं । वापस आने के बाद सुनील ने बताया कि उनका अपहरण हो गया था और उन्होंने फिरौती के तौर पर साढ़े 7 लाख रू देकर ख़ुद को बचाया है । इसके अलावा उन्होंने बताया कि वो अभी तो सुरक्षित हैं लेकिन खतरा अभी कम नहीं हुआ है क्योंकि किडनैपर्स के पास उनकी और परिवारवालों की सारी जानकारी है ।

SHOCKING! इवेंट का नाम लेकर किडनैप हुए कॉमेडियन सुनील पाल ने 7.5 लाख रू की फिरौती देकर ख़ुद को बचाया ; सुनाई आपबीती

कॉमेडियन सुनील पाल ने सुनाई आपबीती

वापस आने के बाद सुनील पाल ने बताया कि लगभग 15 दिन पहले उन्हें एक रैंडम कॉल आया, उन्होंने कहा कि एक इवेंट करना है, चूंकि वो उस दिन फ्री थे तो उन्होंने हामी भर दी । इसके बाद सुनील ने उन्हें पेमेंट बताया तो उन्होंने कहा कि ज्यादा हो जाएगा, फिर उन्होंने पेमेंट कम कर दिया । इतने में उस पार्टी ने एडवांस भेज दिया और साथ ही टिकट भी भेज दी । इसके बाद उन्हें जानकारी दी गई कि इनोवा गाड़ी आएगी और पिक करेगी । सुनील पाल दरभंगा से दिल्ली शाम 6 बजे लैंड कर गए । एक गाड़ी आई, वो बैठे, और निकल गए । दवा खाने के लिए रास्ते में गाड़ी रोकी, इतने में ही 2 लोग आए और उनसे बोले कि आप दिल्ली में कैसे, फैन हैं, फोटो क्लिक करवानी है । इतने में दोनों ने उनको घसीटा और गाड़ी में बिठा दिया । फिर किडनैपर्स बोले कि उनके पास बंदूक, चाकू सब है, आप किडनैप हो गए हैं । इसके बाद सुनील पाल ने कहा, ‘मेरी आंखों में पट्टी बांध दी. फिर मुझे एक कमरे में ले गए, आंखें खोली’ ।

सुनील ने आगे बताया कि “कमरे में अचानक कई लोग आए, बोले हम जहर का इंजेक्शन लगा लेते हैं, मार के फेंक देते हैं । फिर 20 लाख मांगे, मैंने बोला नहीं है । सुबह तक का समय दिया, मेरे लिए खाना पीना मंगाया, मैंने 10 लाख देने की हामी भरी । मेरा फोन उन्हीं लोगों के पास था । अगले दिन मुझे लेकर सुनसान जगह गए, साढ़े 7 लाख का ट्रांजैक्शन करवाया । मैं गाड़ी के पीछे बंधा रहा , 20 हजार मुझे दिया फ्लाइट से टिकट करवाने के लिए । मुझसे कहा हम लोग बुरे लोग नहीं है, इंसान अच्छे हैं, मैंने कुछ दूर जाकर पट्टी खोली, तो फिर वो लोग गायब । फिर मैं गाजियाबाद पहंचा । कश्मीरी गेट से ऑटो ली, एयरपोर्ट पहुंचा, फ्लाइट पकड़ी, मुंबई गया फिर पुलिस स्टेशन गया । पुलिस को सारी बात बताई । मैंने केस करने से मना किया, क्योंकि मेरी सारी जानकारी उनके पास है, मेरे परिवार को खतरा है, मैंने पुलिस से सोचने का समय लिया है ।”

सुनील ने बताया कि किडनैपर्स ने कई अकाउंट्स का इस्तेमाल किया, पैसे निकालने के लिए । जिसकी वजह से पुलिस उन्हें लोकेट कर पाई है ।