जाने माने फिल्ममेकर, कवि, लेखक और पत्रकार प्रीतिश नंदी का बुधवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया । वे 73 साल के थे और पैंक्रियाटिक कैंसर से पीड़ित थे । चमेली, सुर और हजारों ख्वाहिशें ऐसी जैसी फिल्में प्रोड्यूस करने वाले फ़िल्ममेकर प्रीतीश नंदी के निधन की ख़बर अनुमप खेर ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी ।

चमेली, हजारों ख्वाहिशें ऐसी और सुर जैसी फ़िल्में बनाने वाले फिल्ममेकर, कवि, लेखक और पत्रकार प्रीतिश नंदी का 73 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन

प्रीतीश नंदी का निधन

प्रीतीश नंदी के निधन पर अनुपम खेर ने दुख जताते हुए एक इमोशनल पोस्ट लिखा है । अनुपम खेर ने लिखा है, “अपने सबसे प्रिय और करीबी दोस्त के निधन की खबर से मुझे गहरा झटका लगा है । वह अद्भुत कवि, लेखक फिल्म निर्माता और पत्रकार थे । मुंबई में मेरे शुरुआती दिनों में वह मेरा सपोर्ट सिस्टम और ताकत थे । हम दोनों में ऐसी कई चीजें थीं, जो कॉमन थीं । वह एक बहुत ही निडर इंसान थे । मैंने उनसे कई चीजें सीखी हैं । पिछले कुछ समय से हम दोनों की ज्यादा मुलाकात नहीं हुई, लेकिन एक समय ऐसा था जब हमें अलग करना काफी मुश्किल था । मैं यह बिल्कुल नहीं भूल सकता, जो उन्होंने मुझे फिल्म फेयर के कवर पर जगह देकर सरप्राइज किया था । प्रीतीश यारों के यार थे । मैं आपको और आपके साथ बीते उन पलों को जरूर मिस करूंगा मेरे दोस्त ।”

प्रीतीश नंदी का जन्म 15 जनवरी 1951 को बिहार के भागलपुर में हुआ था । वह द इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया के संपादक रहे और अपने निर्भीक विचारों के लिए मशहूर थे । उन्होंने फिल्म निर्माण में भी अपनी पहचान बनाई और हिंदी-अंग्रेजी की 24 फिल्में बनाईं । वह 1998 से 2004 के बीच महाराष्ट्र से राज्यसभा में शिवसेना के सांसद रहे। नंदी ने अंग्रेजी में कविताओं की 40 से अधिक पुस्तकें लिखी थीं।