16 जून को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई रामायण की कथा पर आधारित बड़े बजट की फिल्म आदिपुरुरष को लेकर देश में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है ।  डायरेक्टर ओम राउत और डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर पर धार्मिक भावनाएँ आहत करने का आरोप लग रहा है । प्रभास और कृति सेनन की फिल्म आदिपुरुष के विवादित डॉयलॉग्स से लेकर कॉस्ट्यूमएक्टिंगकहानी और निर्देशन तकलोगों के निशाने पर आ गई है । देश के अलग-अलग जगहों पर फिल्म का विरोध किया जा रहा है, नतीजतन फ़िल्म को बैन करने की माँग लगातार बढ़ती जा रही है । इतना ही नहीं अब तो अब फिल्मी संगठन भी आदिपुरुष को बैन करने की मांग कर रहे हैं । ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन (All India Cine Workers Association) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर आदिपुरुष को बैन करने की मांग की है, और उसकी ओटीटी रिलीज रोकने की मांग भी रखी है । साथ ही फिल्म की टीम के खिलाफ FIR दर्ज करने की भी मांग की है ।

ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आदिपुरुष पर तुरंत बैन लगाने की मांग की ; पत्र लिखकर कहा-“ये फ़िल्म भगवान राम और हनुमान जी की इमेज को खराब कर रही है”

आदिपुरुष को बैन करने की मांग बढ़ी

ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को चिठ्ठी लिखकर उनसे अनुरोध किया कि आदिपुरुष फिल्म की स्क्रीनिंग तुरंत रोक दें और भविष्य में भी इस फिल्म को सिनेमाघरों और ओटीटी प्लेटफार्म पर तुरंत प्रतिबंधित करने का आदेश दें । पत्र में लिखा है, “हमें निर्देशक ओम राउत, संवाद लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला और फिल्म के निर्माताओं के खिलाफ एफआईआर कराने की जरूरत है ।

इसी के साथ पत्र में यह भी दावा किया गया है कि इस फिल्म के स्क्रीनप्ले और डायलॉग से भगवान राम और हनुमान की इमेज खराब हो रही है । फिल्म हिंदू और सनातन धर्म के लोगों की भावनाओं को आहत कर रही है ।  फिल्म में भगवान राम और यहां तक की रावण को भी वीडियो गेम के कैरेक्टर की तरह दिखाया गया है । डायलॉग से हर भारतीय को दुख पहुंचा है. मांग की गई है कि निर्देशक, डायलॉग राइटर और प्रोड्यूसर जिन्होंने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है उनके खिलाफ FIR दर्ज हो और भगवान राम, मां सीता और रामसेवक भगवान हनुमान की इमेज को बचाया जाए ।

आदिपुरुष की फिल्म हिंदुओं और सनातन धर्म की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है । पत्र में यह भी कहा गया है कि प्रभास, कृति सनोन और सैफ अली खान को भारतीय सिनेमा के इतिहास में बनी इस तरह की शर्मनाक फिल्म का हिस्सा नहीं होना चाहिए था । आदिपुरुष श्री राम और रामायण में हमारी आस्था का पूर्ण विनाश है ।