कोरोना संकटकाल में निस्वार्थ भाव से अनगिनत जरूरतमंद लोगों के मदद कर रहे सोनू सूद, कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर में भी लोगों के मसीहा बनकर उभर रहे हैं । वह लोगों की मदद करने के लिए 24x7 काम कर रहे हैं और अलग-अलग सोर्सेस का भी इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि कोई भी मदद पाने से वंचित न रह जाए । सोनू ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है । इसके लिए उन्होंने उन लोगों को भी अपने साथ जोड़ा है जो लोगों की मदद करना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसके लिए सही प्लेटफ़ॉर्म नहीं मिल रहा है । जरूरतमंदों की मदद करने को लेकर सोनू का मानना है कि लोगों की मदद करना किसी भी 100 करोड़ फिल्म का हिस्सा बनने की तुलना में ज्यादा संतोषजनक है ।
सोनू सूद ने कोरोना से निपटने के लिए कमर कसी
भारत इन दिनों कोरोना महामारी की दूसरी खतरनाक लहर से जूझ रहा है । कोरोना की दूसरी लहर इतनी खौफ़नाक है कि हमारा हेल्थ केयर सिस्टम भी कमजोर पड़ता दिख रहा है । ऐसे में एक बार फ़िर सोनू सुपरहीरो बनकर लोगों की हरअसंभव मदद कर रहे हैं । सोनू ऑक्सीजन और अस्पतालों में बेड की कमी को पूरा करने की अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं और इसमें वह काफी हद तक सफल भी हुए । लोगों की मदद करने में जिस खुशी का आभास होता है, उसे बताते हुए सोनू सूद ने एक ट्वीट किया है ।
In the middle of night,after making numerous calls if u r able to get beds for needy, oxygen for some people n save few lives, I swear..it's million times more satisfying than being a part of any 100cr film. We can't sleep when people are infront of hospitals waiting for a bed.
— sonu sood (@SonuSood) April 27, 2021
लोगों की मदद करना सोनू के लिए सबसे सुखमय एहसास है
ऐसे मुश्किल समय में लोगों की मदद करना सोनू के लिए सबसे सुखमय एहसास है । इस बारें में सोनू ने ट्वीट कर लिखा, “आधी रात के समय, बेड्स का इंतजाम करने के लिए अगर आप ढेर सारी कॉल्स कर सकते हैं और कुछ लोगों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था कर सकते हैं, तो सच कहता हूं...ये लाखों गुना अधिक संतुष्टि देता है जितनी एक 100 करोड़ की फिल्म नहीं दे पाती । जब लोग अस्पतालों के बाहर बेड के इंतजार में खड़े रहते हैं तो नींद नहीं आती है ।”
बता दें कि साल 2020 में कोरोना की पहली लहर के दौरान सोनू ने सुपरहीरो बनकर हजारों लोगों की मदद की । प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने और उनके खाने-पीने की व्यवस्था करने, लोगों को रहने के लिए घर बनवाने, बच्चों के लिए शिक्षा का प्रबंध करने और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने तक सोनू ने अपनी तरफ़ से हर संभव मदद की । और सोनू ने ये सब अपनी 8 प्रोपर्टी गिरवी रखकर किया । इसलिए लोग सोनू को मसीहा मनाने लग गए गए हैं ।