'हम रहें न रहें कल', तड़प तड़प के, 'यारो', 'कोई कहे कहता रहे', 'मैंने दिल से कहा', 'आवारापन बंजारापन', 'दस बहाने', 'अजब सी', 'खुदा जाने' और 'दिल इबादत', 'तू ही मेरी शब है' जैसे कई खूबसूरत गाने गाने वाले सिंगर केके भारत के लोकप्रिय गायकों में से एक थे । केके उर्फ़ कृष्ण कुमार कुन्नथ का 31 मई, मंगलवार की रात को निधन हो गया । लेकिन उन्हें उनके गानों के जरिए हमेशा याद रखा जाएगा । हिंदी सिनेमा को उन्होंने कई बेहतरीन गाने दिए लेकिन इतनी लोकप्रियता के बाद भी वह एक सिंपल लाइफ़ जीते थे । बिना किसी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के केके ने अपनी गायिकी से लोगों के दिलों में जगह बनाई । साल 2019 में बॉलीवुड हंगामा के साथ हुए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सिंगर केके ने अपने बारें में खुलकर बात की । साथ ही बताया कि कैसे पब्लिक अपीरियंस के बिना लो प्रोफ़ाइल कैरी करते हुए वह अपने फ़ैंस के बीच लोकप्रिय हुए ।

EXCLUSIVE: सिंगर केके को बिना पब्लिक अपीरियंस के पसंद थी सिंपल लाइफ़ जीना, अपनी लो प्रोफ़ाइल के बारें में कहा- “मैं बहुत प्राइवेट पर्सन हूं”

सिंगर केके एक प्राइवेट पर्सन रहे थे

लॉ प्रोफ़ाइल कैरी करने वाले यानि एक सिंपल लाइफ़ जीने वाले सिंगर केके से जब पूछा गया कि क्यों वह पब्लिक अपीरियंस से बचते हैं तो इस पर केके ने कहा, "कैमरे मुझे बहुत सहज नहीं बनाते हैं । मैं अभी सहज हूं क्योंकि मैं तुम्हारे साथ हूं, लेकिन अपने आप से, अगर मुझे कुछ शूट करना है, तो मुझे बहुत अजीब लगता है। मैं माइक के साथ बहुत सहज हूं। साथ ही, मुझे लगता है कि जितना अधिक आप दिखते हैं उतना आप अपना चार्म खो देते है । मैं अभी भी कई जगहों पर गुमनाम रह सकता हूं । जब तक लोग मुझे दूसरी बार देखेंगे, तब तक मैं वहां से निकल जाऊंगा । इसलिए, यह मुझे स्वतंत्रता की भावना देता है जिसे मैं जाने नहीं देना चाहता । मैं बहुत प्राइवेट पर्सन हूं । मुझे अपनी प्राईवेसी बहुत अच्छी लगती है और मैं इसे बनाए रखने की पूरी कोशिश करता हूं ।”

केके का 31 मई, मंगलवार की रात को निधन हो गया

गौरतलब है कि, सिंगर केके का 31 मई, मंगलवार की रात को निधन हो गया । कोलकाता में एक लाइव कॉन्सर्ट करने के बाद उनकी तबियत बिगड़ी जिसके बाद वह अपने होटल आ गए लेकिन वहां भी वह अस्वस्थ महसूस कर रहे थे जिसके बाद उन्हें तुरंत CMRI (कोलकाता मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया ।

23 अगस्त 1968 को दिल्ली में जन्मे मशहूर प्लेबैक सिंगर कृष्णकुमार कुन्नथ को इंडस्ट्री में केके नाम से जाने जाते हैं । उन्होंने हिंदी ही नहीं तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी, बंगाली और गुजराती फिल्मों के लिए भी गाने गाए हैं । फिल्मों में ब्रेक मिलने से पहले केके ने करीब 35,000 जिंगल्स गाए थे । केके की बॉलीवुड करियर की बात करें तो उन्होंने माचिस फिल्म के 'छोड़ आए हम' गाने से डेब्यू किया था । फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गाने 'तड़प तड़प' से बड़ा ब्रेक मिला था ।

साल 2000 में केके को फिल्म हम दिल दे चुके सनम के 'तड़प-तड़प' गाने के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का आवार्ड गिल्ड फिल्म आवार्ड मिला था। 2008 में भी ओम शांति ओम फिल्म के 'आंखों में तेरी' और 2009 में बचना ए हसीनों फिल्म के 'खुदा जाने' के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का अवार्ड मिला ।