90 के दशक के जाने माने अभिनेता दीपक तिजोरी ने हीरो का दोस्त या भाई बनकर खूब लोकप्रियता हासिल की । कभी हां कभी ना, जो जीता वही सिकंदर और आशिकी में अपने यादगार परफ़ोर्मेंस से दीपक तिजोरी फ़ैंस के ही नहीं फ़िलमेकर्स के भी पसंदीदा बन गए थे । लगभग तीन दशक से बॉलीवुड का हिस्सा रहे दीपक, जो अब अभिनेता से निर्देशक बन गए हैं, ने हाल ही में बॉलीवुड हंगामा के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की । और इस दौरान उन्होंने 90 के दशक कुछ अनसुने क़िस्सों को सुनाया । दीपक तिजोरी ने बताया की वह अब्बास मस्तान द्वारा निर्देशित फिल्म बाजीगर में काम करने वाले थे लेकिन फिर उसमें शाहरुख खान की एंट्री हो गई और ये फ़िल्म उनके लिए गेम-चेंजर साबित हुई थी।
दीपक तिजोरी के हाथ से ऐसे फिसली शाहरुख खान की बाज़ीगर
इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें किसी फ़िल्म को खोने का अफ़सोस है ? इसके जवाब में दीपक ने कहा, “मैं बाज़ीगर करने वाला था लेकिन वो रोल मेरे हाथ से निकल गया । मैं असल में उस रोल को करना चाहता था क्योंकि मैंने हॉलीवुड फ़िल्म ए किस बिफोर डाइंग देखी थी और अब्बास मस्तान को स्क्रिप्ट सुनाई थी । मैं भी ऐसा रोल करना चाहथा क्योंकि ए किस बिफोर डाइंग में मैट डिलन ने बैड बॉय का रोल प्ले किया था जो मुझे काफ़ी पसंद आया था ।”
तिजोरी ने आगे बताया, “अब्बास मस्तान को स्क्रिप्ट पसंद आई और वह इसे करने के लिए तैयार हो गए । उसी दौरान पहलाज निहलानी भी उनके साथ शामिल हो गए । पहलाज ने भी प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी और मैंने डबल रोल प्ले करते हुए फीमेल लीड के तौर पर पूजा भट्ट का नाम दिया । लेकिन फिर मुझे पहलाज निहलानी ने बताया कि, अब्बास मस्तान ने इस फ़िल्म में मुख्य भूमिका निभाने के लिए शाहरुख खान को अप्रोच किया है । और प्रोड्यूसर भी कोई और है । तो मैंने उनसे कहा की ये हो नहीं सकता, कहानी मैंने सुनाई है, सब कुछ मैंने किया है, तो ये क्या हो गया ? उन्होंने मुझे यह भी कहा की मुझे फ़िल्म अच्छी लगी है तो तू ऐसा कर किसी और डायरेक्टर के साथ उस फ़िल्म को बना ले और पूजा भट्ट के साथ आउटडोर जाकर फ़िल्म की शूटिंग ख़त्म कर ले ।
उन्होंने अपनी गलती मानी लेकिन
तो असल में मेरे पास ये एक बहुत अच्छा ऑफ़र था की मेरे पास एक बड़ा प्रोड्यूसर है बस डायरेक्टर चेंज होना है । लेकिन मुझे ये सही नहीं लगा । मैं ये नहीं करना चाहता था कि मैं किसी से पहले फ़िल्म बनाकर उसे रिलीज़ कर दूँ । फिर मैंने उनसे कहा कि मैं अब्बास मस्तान से बात करता हूँ इस बारें में । मैं टीकू तलसानिया के साथ अब्बास मस्तान के साथ इस मुद्दे पर बात करने गया थे । क्योंकि मुझे लगता था की वो रोल रॉकेट है । हालांकि मेरी और शाहरुख खान की दोस्ती बहुत अच्छी थी उस दौरान । तो मैंने उनसे भी उस रोल को करने के लिए मना कर दिया था । बाद में, मैं निर्देशक जोड़ी से मिला और उन्होंने अपनी गलती मानी और मुझसे वादा किया था कि वे मेरे साथ आगे चलकर कुछ और करेंगे इसके बदले । लेकिन ऐसा कभी हुआ नही । इसलिए मुझे इस बात का मलाल है कि बाज़ीगर जैसी फ़िल्म उनके हाथ से फिसल गई ।”