सीबीएफसी ने अनीस बज्मी की आगामी फ़िल्म मुबारकां को 'यूए' सर्टिफ़िकेट के साथ मंजूरी दे दी है और कोई भी कटौती नहीं की है । सेंसर बोर्ड के करीबी सूत्र के मुताबिक, "हमें फ़िल्म में से एक भी शॉट/सीन को हटाने या एक भी शब्द को काटने के लिए कोई भी कारण नहीं दिखा । लेखक-निर्देशक अनीस बज्मी ने दिखाया कि कैसे अश्लीलता के बिना फ़नी हो सकते हैं ।"

सेंसर बोर्ड वास्तव में साफ़-सुथरी पारिवारिक कॉमेडी फ़िल्म के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से विशेष सेंसर ग्रेडिंग की सिफारिश करने की योजना बना रहा है । "आम तौर पर बॉलीवुड की कॉमेडीज़ बेहद डबल मीनिंग और महिलाओं की भड़कीली पोशाकों, जिसमें उनके अंग झलकते हैं, से भरी होती है । अनीस बज्मी ने दिखा दिया कि कैसे कॉमेडी फिल्में पारिवारिक फ़िल्में बनाई जा सकती हैं । यह फ़िल्म बिना किसी अंग प्रदर्शन के दर्शकों को हंसा सकती है ।” सेंसर के करीबी सूत्र ने कहा ।

फ़िल्म के साफ़-सुथरे कंटेंट की तारीफ़ करते हुए, सेंसर बोर्ड के एक सूत्र ने अनिल कपूर को फिल्म की यूएसपी के रूप में वर्णित किया है । "अनिल कपूर इस कॉमेडी की जान और आत्मा हैं । बिना किसी डबल मीनिंग का इस्तेमाल किए वह लगातार मजाकिया रहे हैं । इस फ़िल्म को देखते हुए हम लगातार हंसे और कहीं पर भी यह नहीं लगा कि फ़िल्म में से कुछ काटा जाए ।”