हर गुजरते दिन के साथ आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा के लिए प्रत्याशा बढती जा रही है । हालांकि थिएटर में फ़िल्म देखने वालों के लिए ये इंतजार खत्म होने वाला है क्योंकि लाल सिंह चड्ढा 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है । लेकिन जो लोग इसकी ओटीटी रिलीज का इंतजार कर रहे हैं उन्हें इसके लिए लंबा इंतजार करना होगा क्योंकि आमिर खान ने फ़ैसला किया है कि उनकी फ़िल्म लाल सिंह चड्ढा 4 या 8 हफ़्तों में ओटीटी पर रिलीज नहीं होगी बल्कि रिलीज के पूरे 6 महीने बाद ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म पर रिलीज होगी । आमिर को लगता है कि थिएटर में रिलीज होने के बाद फ़िल्म का बहुत जल्दी ओटीटी पर रिलीज होना बिल्कुल गलत है ।

आमिर खान ने बताया कि क्यों उन्होंने 4 या 8 हफ़्तों में नहीं बल्कि 6 महीने बाद लाल सिंह चड्ढा को ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म पर रिलीज करने का फ़ैसला किया, कहा- “यह तर्कसंगत नहीं है, फ़िर लोग थिएटर तक फ़िल्म देखने क्यों आएंगे ?”

आमिर खान को लगता है कि ओटीटी की वजह से लोगों की पसंद बदल गई है

आमिर, जो लाल सिंह चड्ढा के प्रमोशन में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है, अपनी फ़िल्म को लेकर बहुत कॉन्फ़िडेंट है । हालांकि ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म के आने से लोगों के टेस्ट में काफ़ी बदलाव आ गया है । अब दर्शकों को अलग-अलग भाषा में कई शैली के प्रोजेक्ट देखने को मिलते हैं लेकिन आमिर खान का मानना है कि यदि आपकी स्क्रिप्ट अच्छी है, फ़िल्म अच्छी है, तो लोग उसे पसंद करेंगे । इसी के साथ आमिर को लगता है कि ओटीटी की वजह से लोगों की पसंद बेहतर हो गई है ।

लाल सिंह चड्ढा को प्रमोट करते हुए आमिर ने कहा, 'मुझे लगता है कि ओटीटी की बदौलत दर्शकों की पसंद बेहतर हो गई है । वे अब अपनी पसंद-नापसंद को खुलकर जाहिर कर रहे है । यदि आपकी स्क्रिप्ट कमजोर है, तो वे आपको मौका नहीं देंगे क्योंकि उन्होंने विभिन्न भाषाओं में इससे बेहतर कॉन्टेंट को देख लिया है ।”

जल्दी ओटीटी रिलीज सही नहीं

जब आमिर से पूछा गया कि, क्या उन्हें लगता है कि थिएटर जाने की उत्सुकता महामारी के बाद कम हुई है ? इसके जवाब में आमिर ने कहा, “हां, और इसका एक कारण ये भी है कि थिएटर में रिलीज होने के बाद फ़िल्म बहुत जल्दी ओटीटी पर रिलीज हो जाती है । ऐसा लगता है कि मानो ये ऑडियंस से कह रही हो- ‘मत देखो थिएटर में मैं आ रहा हूं तुम्हारे घर में, क्यों जा रहे हो थिएटर ? 2 हफ़्ते रुक जाओ मैं आ रहा हूं ।’ इसके बाद आप कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि लोग थिएटर तक फ़िल्म देखने आएंगे । यह बिल्कुल तर्कसंगत नहीं है । इसलिए, मैंने हमेशा अपनी फिल्म के लिए 6 महीने का अंतर रखने की कोशिश की है क्योंकि मैं इसे बहुत पहले समझ गया था । मुझे नहीं पता कि फ़िल्म इंडस्ट्री किस नियम को फ़ोलो करती है ।”

ऐसा विषय चुनें जो दर्शकों के लिए प्रासंगिक हो

आमिर खान ने आगे कहा कि, “इसलिए, यदि आप ज्यादा से ज्यादा दर्शकों से जुड़ना चाहते हैं, तो कृपया एक ऐसा विषय चुनें जो उनके लिए प्रासंगिक हो । दूसरे, आप उसे अच्छे से दर्शकों तक पहुंचाए क्योंकि यह बहुत महत्वपूर्ण है । ओटीटी की वजह से लोगों ने सभी प्लेटफॉर्म और भाषाओं में फिल्में देखी हैं । इसलिए, उनका टेस्ट बेहतर हो गया है, वे उस कंटेंट को अस्वीकार कर रहे हैं जिसे वे एक समय में स्वीकार करते थे । उदाहरण के लिए, अगर मैं सबसे अच्छा एक्शन देख रहा हूं, तो आपकी फिल्म में उस लेवल का एक्शन होना होगा । या इमोशन्स उस लेवल का होने पड़ेंगे । इसलिए, दर्शक इस बारे में बहुत चूजी हो गए हैं कि उन्हें क्या देखना है और क्या नहीं । हम, हिंदी फिल्म निर्माताओं को, प्रासंगिक विषयों को चुनने की जरूरत है ।”