8 मई 1992 को रिलीज हुई अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी स्टारर खुदा गवाह ने 30 साल पूरे कर लिए है । अमिताभ बच्चन, श्रीदेवी, डैनी डेन्जोंगपा, नागार्जुन, शिल्पा शिरोडकर और किरण कुमार अभिनीत, मुकुल आनंद निर्देशित कई कारणों से एक यादगार फ़िल्म है । यह बॉलीवुड की ऐसी दुर्लभ फ़िल्म है जिसकी शूटिंग अफगानिस्तान में हुई जबकि उन दिनों वहां के हालात ठीक नहीं थे । मुकुल एस आनंद द्दारा लिखी और डायरेक्ट की गई इस फ़िल्म को मनोज देसाई ने प्रोड्यूस किया था । फ़िल्म के 30 साल पूरा होने पर मनोज देसाई ने बॉलीवुड हंगामा के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की जिसमें उन्होंने फ़िल्म से जुड़े कई अनसुने किस्से शेयर किए ।

30 Years of Khuda Gawah EXCLUSIVE: अफगानिस्तान में खुदा गवाह की शूटिंग के फ़ैसले पर प्रोड्यूसर मनोज देसाई को मिली थी अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी की मां से धमकी, “अगर अमित को कुछ भी होता है और अगर जया ने सफेद साड़ी पहनी तो तेरी वाइफ भी सफेद साड़ी पहनेगी”

अमिताभ बच्चन की खुदा गवाह

खुदा गवाह के प्रोड्यूसर, जो इन दिनों जी7 मल्टीप्लेक्स और मराठा मंदिर सिनेमा के कार्यकारी निदेशक भी है, ने बॉलीवुड हंग़ामा के साथ फ़िल्म से जुड़ी दिलचस्प जानकारी शेयर की । उन्होंने बताया कि कैसे फ़िल्म के कलाकारों के माता-पिता चिंतिंत थे जब उन्हें पता चला कि हम फ़िल्म की शूटिंग अफ़गानिस्तान में करने वाले है । साथ ही ये भी बताया कि इस फ़िल्म को अफ़गानिस्तान में शूट करने के फ़ैसले पर उन्हें अमिताभ की मां तेजी बच्चन से धमकी भी मिली थी और अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी । इतना ही नहीं उन्हें श्रीदेवी की मां ने भी जान से मारने की धमकी दी थी ।

मनोज देसाई ने बताया, “अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन जी ने मुझे चेताया था कि अगर अमित को कुछ भी होता है और अगर जया ने सफेद साड़ी पहनी तो तेरी वाइफ कल्पना भी सफेद साड़ी पहनेगी । तू इधर आना ही नहीं वापिस ।” वहीं, श्रीदेवी की मां ने भी कहा था, “मनोज भाई अगर श्री को कुछ हुआ, तो काबुल से वापस मत आना । तुम्हारा खून करवा दूंगी मैं इधर ।” मनोज कहते हैं, “आप सोच सकते हैं कि मेरे लिए ये सब कितना खतरनाक था । हालांकि अमिताभ बच्चन शूट के लिए एक ऑथेंटिक लोकेशन चाहते थे ।”

मनोज देसाई ने आगे बताया कि, खुदा गवाह की शूटिंग अफगानिस्तान के आस-पास और काबुल-मजार-ए-शरीफ जैसे शहरों में बड़े पैमाने पर हुई थी । उस वक्त मोहम्मद नजीबुल्लाह अफगानिस्तान के राष्ट्रपति थे । उन्होंने 1991 में 18 दिनों के लिए फिल्म की शूटिंग के लिए सुरक्षा मुहैया कराई थी ।