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डेविड धवन मनोरंजक मसाला फ़िल्मों के लिए खास तौर पर जाने जाते हैं । उनकी फ़िल्मों के लक्षित दर्शक वहीं हैं जो सिर्फ़ मनोरंजन चाहते हैं । कुछ फ़िल्मों को छोड़कर उनकी ज्यादातर फ़िल्मों ने दर्शकों को खूब हंसाया है और मनोरंजन किया है । इतना ही नहीं उनकी फ़िल्में अच्छी कमाई करके प्रोड्यूसर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स के चेहरे पर भी स्माइल लाई हैं । बिना किसी संदेह के वो एक सफ़ल फ़िल्ममेकर हैं ।

Coolie No.1 Movie Review: हंसी और मनोरंजन का डोज है वरुण धवन- सारा अली खान की कुली नंबर 1

और यही एक कारण है कि डेविड सर की 45वीं निर्देशित फ़िल्म कुली नंबर 1 ने उत्सुकता बढ़ा दी है । लेकिन इस बार धवन सर खुद से ही प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं । 25 साल पहले, 1995 में, उन्होंने गोविंदा और करिश्मा कपूर के साथ फ़िल्म बनाई थी कुली नंबर 1, जिसे न केवल उसके ह्यूमर, गानों और ड्रामा की वजह से बल्कि हर एक चीजे के लिए खूब पसंद किया गया था । और यही वजह है कि ये फ़िल्म अभी तक लोगों के जहन में बसी हुई है । और अब जब वो इतनी मनोरंजक फ़िल्म, जिसे दर्शकों ने इतना प्यार दिया, का रीमेक लेकर आए हैं तो इसके रीमेक को बारिकी से परखना स्वभाविक है ।

तो चले मुद्दे पर आते हैं । क्या वरुण धवन और सारा अली खान की कुली नंबर 1 मनोरजंन करने में कामयाब हो पाती है ? इस फ़िल्म का अपनी ऑरिजनल फ़िल्म से तुलना होना लाजिमी है । यदि डेविड धवन सर कहीं भी इस फ़िल्म के साथ न्याय कर पाने में नाकाम होते हैं या उनका बेटा वरुण धवन, जो इस फ़िल्म में गोविंदा वाले किरदार को निभा रहा है, उसके साथ न्याय कर पाने में नाकाम होते हैं तो दोनों को गंभीर आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा ।

ध्यान दीजिए- कुली नंबर 1, सख्ती से उन लोगों के लिए है जो ऐसे क्रेजी मनोरंजन को एंजॉय करते हैं । साथ ही वो लोग जिन्हें बस बिना किसी लॉजिक, उद्देश्य और बुद्धि के फ़िल्म का मजा लेना है । ऐसी फ़िल्म का मकसद सिर्फ़ और सिर्फ़ मनोरंजन करना और हंसाना होता है । ऐसी फ़िल्म आपको एक अलग दुनिया में ले जाती हैं । कुली नंबर के ट्रेलर में पहले ही हमें इसकी झलक मिल चुकी थी और इस तरह से ये फ़िल्म अपनी उम्मीदों पर खरी उतरती है ।

संक्षेप में फ़िल्म की कहानी, वो भी बिना किसी स्पॉइलर के- कुली नंबर 1 की कहनी एक कुली, जिसका नाम राजू [वरुण धवन] है, के इर्द-गिर्द घूमती है जिसे सारा [सारा अली खान] से प्यार हो जाता है । हालांकि, सारा के पिता [परेश रावल] चाहते हैं कि उसकी बेटी की शादी किसी करोड़पति से हो । इसलिए कुली राज, एक बिजनेस टाइकून होने का दिखावा करता है लेकिन उसका ये झूठ परेश रावल के सामने आ जाता है । इसके बाद क्या होता है, ये जानने के लिए फ़िल्म देखें ।

वरुण और सारा की कुली नंबर 1, गोविंदा और करिश्मा कपूर की कुली नंबर 1 [1995], जो कि तमिल फ़िल्म CHINNA MAPILLAI [1993] का हिंदी रीमेक थी, का अपडेटेड वर्जन है । डेविड धवन सर आज के समय को देखते हुए कुछ फ़्रेश पंचेज के साथ ऑरिजनल फ़िल्म का सार इस फ़िल्म में बरकरार रखते हैं ।

डेविड सर की ज्यादातर फ़िल्मों में से कुली नंबर एक ऐसी फ़िल्म है जो कई बेहिसाब पलों से सजी एक मजेदार फ़िल्म है । इस तरह की फ़न फ़ुल्म फ़िल्मों का मूल उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा दर्शकों को आकर्षित करना होता है । पंच लाइन छिछोरी लग सकती हैं लेकिन परेश और वरुण के बीच की केमिस्ट्री पर ये काम करती है । और यही मुख्य वजह से जिसकी वजह से फ़िल्म आपको बांधे रखती है ।

फ़िल्म के दौरान जॉनी लीवर, जावेद जाफ़री, राजपाल यादव की कॉमिक टाइमिंग फ़िल्म में और भी फ़न जोड़ती है । लेकिन वहीं इसके विपरीत कुछ सीन जबरदस्ती के जोड़े गए से लगते हैं जिन्हें हटाया जा सकता था । खासकर, सेकेंड हाफ़ की शुरूआत के कुछ सीन्स ।

धवन सर को इस शैली की फ़िल्म बनाने में महारथ हासिल है इसलिए उन्हें इसके लिए कुछ ज्यादा मेहनत नहीं करनी होती है । फ़िल्म का लेखन हास्यपद और निराला है । फ़िल्म के वन लाइनर्स आपके चेहरे पर लगातार हंसी लेकर आते हैं । साउंडट्रेक एनर्जी से भरा हुआ है । 1995 की ऑरिजनल फ़िल्म से कुछ गानों [‘मिर्ची लगी तो’, ‘हुस्न है सुहाना’] को नई फ़िल्म में जोड़ने का विचार उम्दा है क्योंकि ये गाने हमेशा से ही यादगार रहे हैं ।

वरुण धवन अपने किरदार में आसानी से डूब जाते हैं । इस तरह का रोल निभाने के लिए कलाकार को आडंबरपूर्ण व्यवहार करना होता है, और वरुण इसे पूरी तरह से फ़ोलो करते हुए नजर आते हैं । कहीं-कहीं वरुण की एक्टिंग ओवर एक्टिंग जैसी लगती है, लेकिन इस शैली की फ़िल्म के लिए यह अच्छा काम करती है । परेश रावल भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं और उन्हें इस फ़िल्म में देखना वाकई शानदार है । असल में वरुण और परेश की कॉमिक टाइमिंग बेहतरीन है ।

सारा अली खान को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका कम ही मिल पाता है । वह अच्छी लगती हैं ॥ ऐसा ही शिखा तल्सानिया के साथ भी है । साहिल वैद्य, जॉनी लीवर, जावेद जाफ़री, राजपाल यादव और मनोज जोशी जैसे सपोर्टिंग कलाकार अपने-अपने रोल में एकदम फ़िट बैठते हैं ।

कुल मिलाकर कुली नंबर 1, टिपिकल डेविड धवन की मसाला फ़िल्म है, जो पागलपन से भरी है, ओवर द टॉप है लेकिन साथ ही मजेदार और मनोरंजक भी है । आप इस फ़िल्म को एंजॉय कर सकते हैं ।