जज़्बा, मंटो, रंग दे बसंती, कमीने, फालतू, डी-डे, जब हैरी मेट सेजल और जबरिया जोड़ी जैसी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय से सभी का दिल जीतने वाले चंदन रॉय सान्याल हाल ही में एमएक्स प्लेयर पर रिलीज हुई वेब सीरिज आश्रम में भोपा स्वामी में किरदार आए । चंदन रॉय सान्याल का भोपा स्वामी का किरदार दर्शकों को इतना पसंद आ रहा है कि इसने लोगों में इसके पार्ट 2 को देखने की इच्छा जगा दी है । बॉलीवुड हंगामा के साथ हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में चंदन रॉय सान्याल ने आश्रम, और उसमें अपने किरदार भोपा स्वामी को लेकर खुलकर बात की । इसी के साथ चंदन रॉय सान्याल ने कई मुद्दों पर बात की और बॉलीवुड में सफ़लता पाने का अपना मूल मंत्र भी शेयर किया ।

EXCLUSIVE: आश्रम में भोपा स्वामी का किरदार निभाने वाले चंदन रॉय सान्याल ने दिया सफ़लता का मूल मंत्र

आश्रम के 'भोपा स्वामी' किरदार ने आपकी पर्सनल लाइफ़ पर क्या असर डाला ?

सभी को ये काफ़ी अच्छा लगा । जब मैंने अपनी सोसायटी में आश्रम का ट्रेलर शेयर किया था उसके बाद सोसायटी के लोग जब भी मुझे देखते हैं तो बोलते हैं जपनाम-जपनाम । मेरे कई सारे वॉट्सएप ग्रुप्स में भोपा स्वामी-जपनाम-जपनाम वायरल हो चुका है । लोगों ने इस किरदार से इतना कनेक्ट किया है कि कुछ लोगों को चंदन नहीं नजर आ रहा भोपा नजर आ रहा है जो एक गंदा और पाखंडी आदमी है ।

आश्रम की कहानी फ़ेक गॉडमैन या कहें कि ऐसे कॉन मैन की कहानी है जिससे लोगों की आस्था जुड़ी है । तो जब आपको भोपा स्वामी का किरदार ऑफ़र हुआ तो क्या आपके मन में इसे लेकर कोई संदेह आया कि इसे करना चाहिए या नहीं  ?

नहीं मेरे मन में इसे लेकर कोई संदेह नहीं हुआ । क्योंकि मुझे पता था कि मेरे ऊपर प्रकाश जी का हाथ है । इसके अलावा लेखक हबीब फ़ैजल समेत इस प्रोजेक्ट के साथ कई सारे अच्छे-अच्छे लोग जुड़े हुए थे तो मैंने तो सोच लिया था कि मुझे ये करना है ।

प्रकाश झा और बॉबी देओल के साथ आपका काम करने का अनुभव कैसा रहा ?

प्रकाश झा और बॉबी देओल के साथ काम करके काफ़ी अच्छा लगा । दोनों बहुत ही अच्छे इंसान है । बॉबी देओल के साथ मेरी बॉंडिंग काफ़ी अच्छी हो गई है । आश्रम के बाद से हम तो बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं । साथ में खाना खाना, गप्पे लड़ाना जैसी काफ़ी अच्छी चीजें हमने एक दूसरे के साथ शेयर की । बॉबी और मेरी इस दोस्ती को देख मुझे जय वीरू की दो्स्ती याद आ गई । लॉकडाउन के दौरान तो हमारी दोस्ती और भी गहरी हो गई है। प्रकाश जी की बात करुं तो, वह बहुत ही प्रतिभाशाली हैं । राइटिंग, डायरेक्शन, प्रोड्यूसिंग, कैमरा ट्रॉली जैसे मुश्किल काम से लेकर भीड़ को कैसे हैंडल करना है जैसे काम भी प्रकाश जी बड़ी ही सहजता के साथ कर जाते हैं । अब तो हमारा लॉंग एसोसिएशन होने वाला है इसलिए मुझे बहुत खुशी है कि मुझे उनके साथ जुड़ने का और मौका मिलेगा ।

एक्टिंग के साथ-साथ आपको डायरेक्शन और लेखन में भी दिलचस्पी है, तो क्या आप ऐसा कुछ लेकर आने वाले हैं जिसमें आपकी राइटिंग और डायरेक्शन दोनों का कमाल देखने को मिले ?

हां मैंने कुछ फ़िल्में लिखी हैं जिसे मैं बनाना चाहता हूं । लेकिन फ़िल्म बनाने की लड़ाई भी अपने आप में एक लड़ाई है । मसलन किसी को कंवेंस करना इत्यादि । सभी पर अभी काम जारी है ।

बॉलीवुड में अपने सपने को साकार करने का कोई मूल मंत्र जो आपने अपने अभी तक के करियर में सीखा हो ?

मेरी एक बहुत ही मनपसंद फ़िल्म है कथा जिसमें नसीरुद्दीन शाह और फ़ारुख शेख ने लीड रोल निभाया है । इस फ़िल्म की कहानी मुझे खरगोश और कछुए की कहानी याद दिलाती है । इसमें फ़ारुख शेख का किरदार खरगोश की याद दिलाता है जो बहुत तेज दौड़ता है और उसे अपने आप पर कुछ ज्यादा ही विश्वास है वहीं नसीरुद्दीन शाह का किरदार कछुए जैसा है जिसे बस करते रहने में विश्वास है भले ही वो काम समय ले, पर करते रहना है । तो मैं वही कछुआ हूं जिसे धीरे-धीरे चलने में विश्वास है लेकिन रुकने में नहीं । तो मैं यही कहना चाहूंगा कि अपने काम पर फ़ोकस रखें । एक्टर बनने के लिए कड़ी तपस्या की जरूरत होती है और अर्जुन की तरह फ़ोकस होना पड़ता है ।

भोपा का किरदार मैं दस साल पहले नहीं कर पाता लेकिन मेरे इतने सालों की मेहनत ने मुझे इस किरदार को करने के काबिल बना दिया और यही वजह है की ये किरदार आज लोगों को इतना पसंद आ रहा है ।

आश्रम सीजन 1 के पार्ट -1 ने इसके आगे की कहानी को देखने की इच्छा जगा दी है, तो पार्ट-2 कब आएगा ?

आने वाले कुछ दिनों में एम एक्स प्लेयर अनाउसं कर देगा इसके पार्ट 2 के बारें में । सीजन 1 के पार्ट 1 को देखने के बाद अब हर कोई इसके पार्ट 2 को देखने के लिए उत्साहित हैं ।

आपके आगामी प्रोजेक्ट्स ?

काली और आश्रम 2