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पिछले एक दशक से मार्वल और डिज्नी ने दर्शकों का अपनी सुपरहीरो फिल्मों से खूब मनोरंजन किया । ये सुपरहीरो फ़िल्में तब से अब तक की सबसे अधिक कमाई वाले फ़िल्में साबित हुईं । मार्वल सिनैमेटिक यूनिवर्स की हर फ़िल्मों के लिए सिनेमाघरों में दर्शकों की भीड़ जमा हो जाती है जो इसकी जबरदस्त फ़ैन फ़ोलोइंग को दर्शाता है । और अब 22 फ़िल्मों के बाद सिनेमाघरों में रिलीज हुई है इस सीरिज की आखिरी फ़िल्म एवेंजर्स: एंडगेम । पिछले दस सालों में रिलीज हुई इसकी 22 फ़िल्मों में कुछ न कुछ ऐसे अधूरे सवाल रह गए थे जिसे सुलझाना अब एवेंजर्स: एंडगेम के लिए एक चुनौती है । तो क्या सुपरहीरो सीरिज की ये आखिरी फ़िल्म दर्शकों के उत्साह और उम्मीदों पर खरी उतर पाती है और उनके अनसुलझे सवालों का जवाब दे पाती है या ये सिर्फ़ कंप्यूटर ग्रफ़िक्स की फ़िल्म बन कर रह जाएगी, आईए समीक्षा करते हैं ।

एवेंजर्स: एंडगेम मूवी रिव्यू : दिलचस्प राइड के साथ रोमांचक अंत

एवेंजर्स: एंडगेम की शुरूआत ठीक वहीं से होती है जहां से एवेंजर्स: इन्फ़िनिटी वॉर खत्म हुई थी । थैनोस द्दारा ब्रह्मांड का आधा जीवन खत्म करने के बाद धरती के सबसे शक्तिशाली हीरोज फ़िर से संभलते हुए दिखते हैं । फ़िल्म में दिखाया गया है कि हर किरदार किस तरह के मानसिक दवाब और सदमे से उबरते हैं और कमबैक की तैयारी करते हैं और थैनोस के खिलाफ़ एकजुट होकर जंग़ छेड़ते हैं । क्या पिछली फ़िल्म में हुई कैप्टन मार्वल की वापसी गेम चेंजर साबित होगी और क्या एवेंजर्स एकजुट होकर धरती को बचा पाएंगे या एक नई बुरी शक्ति बची हुई धरती को खतरे में डाल देगी, ये पूरी फ़िल्म देखने के बाद ही पता चलता है ।

ठीक शुरूआत से, दर्शक एवेंजर्स की दुनिया से जुड़ चुके थे । इन्हें देखकर समझा कि कैसे सुपरहीरो बुरी शक्तियों से एक जुट होकर निपटते हैं । हालांकि इस विषय पर ज्यादा वक्त जाया किए बिना फ़िल्म अपनी गति से आगे बढ़ती है । फ़िल्म तीन घंटे लंबी होने के बावजूद रोमांच बरकरार रखती है । एक बार भी दर्शकों का ऐसा महसूस नहीं होता कि कितना समय बीत गया । ये फ़िल्म इन्फ़िनिटी वॉर की उथल पुथल को शांत और सामन्य स्तर पर लाने के बाद भी दर्शकों को बांधे रखती है ।

अगर हम एक दशक से ज्यादा चलने वाली फ़िल्म सीरिज की बात करें तो मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की किसी भी फ़िल्म की तरह एवेंजर्स एंडगेम भी बेहतरीन फ़िल्मों में से एक है । 22 फ़िल्मों की सीरिज का ये एक सुखद अंत है । बात लेखन की, निर्देशन की हो, अभिनय या संपादन की हो, प्रत्येक पहलू को बड़ी ही उत्कृष्टता के साथ मैनेज किया है । यहाँ, लेखकों क्रिस्टोफर मार्कस और स्टीफन मैकफली के लिए एक विशेष उल्लेख किए जाने की आवश्यकता है, जिन्होंने चरित्र के साथ शानदार काम किया है । मार्कस और मैकफली दोनों ने अपने-अपने किरदारों को भली-भांति समझा है और इसलिए वो इन किरदारों के प्रस्तुतीकरण में जान डाल पाएं हैं वरना पिछली 22 फ़िल्मों में घटी सभी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इतने इमोशनल और रोमांचक क्लाइमेक्स को बिना किसी गलती के प्रस्तुत करना काफ़ी मुश्किल होता ।

हालांकि एवेंजर्स: एंडगेम को परफ़ेक्ट नहीं कहा जा सकता क्योंकि थैनोस को हराने के लिए बार-बार की गई समय यात्रा के चलते इसका प्लॉट और सबप्लॉट उलझे हुए से प्रतीत होते हैं और यही चीज दर्शकों को कन्फ़्यूज करती है । फ़िल्म का टाइम ट्रेवल उलझा सा देता है और यही शायद इसकी सबसे बड़ी कमी है । अब सबसे बड़ा सवाल यहां यह खड़ा होता है कि, एवेंजर्स जब कभी भी बार-बार पास्ट में ट्रेवल करते हुए भी कैसे स्पेस टाइम कन्टिन्यूअम को मैनेज करते है । टाइम ट्रेवल पर आधारित फ़िल्मों की तरह एंडगेम में हालांकि घिसापिटा फ़ॉर्मूला इस्तेमाल नहीं किया गया है बल्कि इसने टाइम ट्रेवल के नियमों को अपने ढंग से पेश किया है । हालांकि इसे निश्चित रूप से देखना मनोरंजक है, लेकिन फ़ैंस अंत में कुछ अनसुलझे सवालों में उलझ सकते हैं ।

अभिनय की बात करें तो, एवेंजर्स: एंडगेम में हर एक कलाकार रॉबर्ट डाउनी जूनियर, स्कारलेट जोहानसन, क्रिस इवांस, जोश ब्रोलिन, मार्क रफालो क्रिस हेम्सवर्थ और अन्य अपने शानदार प्रदर्शन से छा जाते हैं । यहां, आरडीजे के लिए एक विशेष उल्लेख किए जाने की आवश्यकता है, जो यह साबित करता है कि वह एक एवेंजर क्यों था जिसके पास एंडगेम का पूरा स्क्रिप्ट था । निर्देशक, एंथनी और जो रूसो ने भी एक सराहनीय काम किया है, क्योंकि इसके साथ एक पूरी सीरिज का अंत होता है, और इसके साथ रूसो पूरा न्याय करते हैं । निर्देशक जोड़ी ने पिछले कुछ वर्षों में विकसित हुए फैंटेसी और फ़ैन थ्यौरी को शामिल करने के लिए बहुत अच्छा काम किया है । फ़िल्म के ट्विस्ट, जो आपको कसक जकड़ कर रखते हैं, एक्शन सीक्वेंस जो आपको रोमांचित करते हैं और आपको हैरान कर देते हैं ये सब तथ्य इस फ़िल्म को बेहद रोमांचकारी और मनोरंजक बनाता है ।

बेहतरीन कहानी, शानदार निर्देशन और उत्कृष्ट परफ़ोरमेंस के साथ-साथ एवेंजर्स: एंडगेम के लाइव एक्शन सीक्वंस को जिस सहजता से कंप्यूटर जेनेरेटेड इमेजरी (CGI) द्दारा दर्शाया गया है वह हैरान कर देता है । इसके अलावा इस फ़िल्म का बैकग्राउंड स्कोर स्क्रीन पर होने वाली हर हलचल को एक नया आयाम देता है । फ़िल्म का म्यूजिक आपके रोमांच को बढ़ाने का काम करता है । फिल्म के संपादन को एक विशेष उल्लेख किए जाने की आवश्यकता है, क्योंकि यह अतीत और वर्तमान को एक समय में जिस सहजता के साथ मर्ज करता है उससे दर्शक जरा भी भ्रमित नहीं होते हैं ।

कुल मिलाकर, एवेंजर्स: एंडगेम एक दशक से जारी सफ़र का उपयुक्त अंत है । फ़िल्म का क्लाइमेक्स देख दर्शक कह उठेंगे ‘दिल मांगे मोर’, लेकिन ये तो तय है कि इस फ़िल्म का अनुभव दर्शक जल्द ही भूला नहीं पाएंगे । निश्चित रूप से इस रोमांचक फ़िल्म को देखना चाहिए जो आपको स्तब्ध कर देगी । जबरदस्त फ़ैन फ़ोलोइंग को देखते हुए चुनिंदा शहरों में इसके शोज देर रात से ही शुरू हो चुके हैं इसलिए एवेंजर्स: एंडगेम भारत के बॉक्सऑफ़िस पर नए रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए पूरी तरह से तैयार है ।