सच्ची घटनाओं से प्रेरित विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म द कश्मीर फाइल्स 11 मार्च 2022 में रिलीज़ होने के लिए पूरी तरह तैयार है । द कश्मीर फाइल्स में अनुपम खेर और मिथुन चक्रवर्ती लीड रोल में नजर आएंगे । इस फ़िल्म का बॉक्स ऑफ़िस मुकाबला प्रभास और पूजा हेगड़े की रोमांटिक एक्शन ड्रामा राधे श्याम से होगा । द कश्मीर फाइल्स ने अपने ट्रेलर और सबजेक्ट से पहले ही लो्गों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है । और ट्रेड व इंडस्ट्री से जुड़े लोग उम्मीद जता रहे हैं कि यह एक स्लीपर हिट साबित होगी ।

BREAKING: विवेक अग्निहोत्री की अनुपम खेर स्टारर द कश्मीर फाइल्स को सीबीएफसी ने 7 बदलावों के साथ दिया ‘A’ सर्टिफ़िकेट ; 2 घंटे 50 मिनट लंबी है फ़िल्मविवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स

कश्मीरी पंडितों के जीवन पर आधारित फिल्म आपको उन सभी भावनाओं को महसूस कराएगी, जिनसे वे दुखद घटना के दौरान गुज़रे थे । और अब बॉलीवुड हंगामा को पता चला है कि द कश्मीर फाइल्स को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से कुछ बदलावों के साथ पास कर दिया है ।

सीबीएफसी ने 7 छोटे बदलावों के साथ ‘A’ सर्टिफ़िकेट दिया है । मेकर्स को फ़िल्म में से जमीन पर गिरने वाले भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के एक दृश्य को हटाने के लिए कहा गया । इसी तरह एक खूंखार आतंकी के घर में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री की फोटो को हटाने के लिए कहा गया है । एक टेलीविजन चैनल का लोगो हटा दिया गया, जबकि 'बलात्कार' शब्द को धुंधला कर दिया गया, जैसा कि तीन स्थानों पर विश्वविद्यालय के फर्श और दीवार के पोस्टर पर देखा गया था । 'डिस्को सीएम' शब्द को हटा दिया गया और 'पंडित' और 'हिंदू' शब्दों को हटा दिया गया, जहां ये शब्द अपशब्दों से जुड़े थे । अंत में, फिल्म में दिखाए गए विश्वविद्यालय का नाम जेएनयू से बदलकर एएनयू कर दिया गया है ।

फ़िल्म में किए गए इन बदलावों के बारें में जब बॉलीवुड हंग़ामा ने द कश्मीर फाइल्स के लेखक और डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री से बात की तो उन्होंने कहा, “उदाहरण के लिए, (जांच समिति) को 'इस्लामिक आतंकवादी' शब्द के साथ समस्या थी । कुल मिलाकर दो दर्जन से अधिक कट जारी किए गए । हालाँकि, मैंने तर्क दिया और उन्हें अपनी बात का समर्थन करने के लिए दस्तावेज और सबूत दिखाए । आखिरकार, उन्होंने इन कटों के बिना फिल्म की अनुमति दी । आखिर वे तथ्यों पर विवाद कैसे कर सकते हैं?” विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि सीबीएफसी सदस्यों को समझाने की इस पूरी प्रक्रिया में करीब दो महीने लग गए ।

विश्वविद्यालय का नाम बदलकर एएनयू करने के बारे में पूछे जाने पर, विवेक अग्निहोत्री ने जवाब दिया, “इस पहलू पर बहुत सारे तर्क दिए गए थे । फिर, मुझे एहसास हुआ कि विश्वविद्यालय का नाम जेएनयू से एएनयू में बदलने से फिल्म का सार कम नहीं होने वाला है । साथ ही, मैं अनावश्यक रूप से खुद को अदालती मामलों से घेरना नहीं चाहता था। इसलिए, मैंने बदलाव करने का फैसला किया ।”

द कश्मीर फाइल्स के निर्माताओं को 3 नवंबर, 2021 को सेंसर सर्टिफिकेट दिया गया था । फिल्म की कुल अवधि 170 मिनट, यानी 2 घंटे 50 मिनट है । इसमें मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी और पुनीत इस्सर हैं ।

यह फिल्म विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित है और ज़ी स्टूडियोज, आईएएमबुद्धा और अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स बैनर के तहत तेज नारायण अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, पल्लवी जोशी और विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्मित है। इसमें ब्रह्मा दत्त के रूप में मिथुन चक्रवर्ती, पुष्करनाथ की भूमिका में अनुपम खेर, कृष्णा पंडित के रूप में दर्शन कुमार, राधिका मेनन के रूप में पल्लवी जोशी, श्रद्धा पंडित के रूप में भाषा सुंबली, फारूक मलिक उर्फ बिट्टा (फारूक अहमद डार से प्रेरित) की भूमिका में चिन्मय मंडलेकर और डीजीपी हरि नारायण की भूमिका में पुनीत इस्सर, डॉ महेश कुमार के रूप में प्रकाश बेलवाड़ी, लक्ष्मी दत्त के रूप में मृणाल कुलकर्णी, विष्णु राम के रूप में अतुल श्रीवास्तव और शिव पंडित की भूमिका में पृथ्वीराज सरनाइक जैसे उम्दा कलाकारों की टोली नज़र आएगी।