भारत रत्न और भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 6 फ़रवरी 2022 को निधन हो गया । वह पिछले एक महीने से बीमार चल रही थी । 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली । कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें निमोनिया हुआ जिसके चलते उन्हें आईसीयू में रखा गया लेकिन कल उनकी हालात गंभीर हो गई जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ़्ट कर दिया गया था । लेकिन आज सुबह लता मंगेशकर सभी की आंखों को नम करके इस दुनिया को अलविदा कह गई । केंद्र सरकार ने लता मंगेशकर के निधन पर 2 दिन का राष्ट्रीय शोक रखा है । ऐलान किया गया है कि लता मंगेशकर को सम्मान देने के लिए राष्ट्रीय ध्वज दो दिनों तक आधा झुका रहेगा । लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार आज शिवाजी पार्क में होगा ।

92 वर्षीय भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन, कोरोना और निमोनिया होने के बाद 29 दिनों से अस्पताल में थीं एडमिट

लता मंगेशकर का निधन

8 जनवरी को उन्हें कोरोना संक्रमित और निमोनिया पीड़ित होने के बाद मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था । लता दीदी की उम्र को देखते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें आईसीयू में एडमिट किया था । तब से वह लगातार संघर्ष ही कर रही थीं वहीं डॉक्टर्स भी उनकी स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए लगातार मेहनत कर रहे थे । इलाज के दौरान बस 2 दिन के लिए उन्हें वेंटिलेटर से हटाया गया था । फिर जैसे ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी फिर से लता को वेंटिलेटर सपोर्ट पर लाया गया था ।

फ़िल्मी संगीत को एक नई परिभाषा दी

लता मंगेशकर एक महान पार्श्वगायिका थीं, जिन्होंने भारत में फ़िल्मी संगीत को एक नई परिभाषा दी थी । लता मंगेशकर को भारत की 'स्वर कोकिला' कहा जाता था । उनका फ़िल्मी संगीत करियर आधी सदी से भी ज़्यादा लंबा रहा जिसमें उन्होंने 36 भारतीय भाषाओं में 30 हज़ार से ज़्यादा गाने गाए । कई दशकों तक लता मंगेशकर भारत की सबसे मशहूर और डिमांड में रहने वाली गायिका रही थीं । बॉलीवुड की हर बड़ी अभिनेत्री की ख़्वाहिश होती थी कि उसके गाने लता मंगेशकर ही गाएं । लता मंगेशकर ने अपना पहला हिंदी फ़िल्मी गाना 1949 में आई फ़िल्म महल के लिए गाया था । इस फ़िल्म में उनकी गायकी की काफ़ी तारीफ़ हुई थी ।

लता दीदी के निधन से शोक की लहर

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्य भारत के शहर इंदौर में हुआ था । उनके पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर भी एक गायक थे और वो थिएटर कलाकार भी थे । साथ ही मराठी भाषा में संगीतमय नाटकों के निर्माता भी थे । लता मंगेशकर, अपने पिता की पांच संतानों में सबसे बड़ी थीं । बाद में लता के छोटे-भाई बहनों ने भी उनका अनुसरण करते हुए संगीत की दुनिया में क़दम रखा और आगे चल कर भारत के मशहूर गायक बने ।

लता मंगेशकर के निधन से केवल मनोरंजन जगत में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है । क्या बॉलीवुड कलाकार, क्या म्यूजिक इंडस्ट्री, क्या कारोबारी जगत बल्कि राजनीतिक जगत भी लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त कर रहा है ।

लता मंगेशकर को भारतीय सिनेमा की सबसे सफल गायिका माना जाता है । उन्होंने 13 साल की उम्र से अपना सिंगिंग करियर शुरू किया था । भारत सरकार की ओर से भारत रत्न के अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड और कई नैशनल फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है ।