विवेक अग्निहोत्री की बहुप्रतीक्षित और प्रत्याशित फिल्म द वैक्सीन वॉर की शूटिंग शुरू हो चुकी है और फिल्म को लेकर दर्शक अपना उत्साह रोक नही पा रहे हैं । द वैक्सीन वॉर भारतीय वैज्ञानिकों और उन लोगों पर आधारित है, जिन्होंने दुनिया में सबसे प्रभावी वैक्सीन बनाने के लिए दो साल से अधिक समय तक अपना दिन और रात एक कर दिया । द वैक्सीन वॉर भारतीय वैज्ञानिकों की कहानी है जो ग्लोबल मैन्यूफैक्चर्स की तरफ से आने वाले दबाव से बच गए और अपने देशवासियों के जीवन को बचाने के लिए दिन रात काम किया ।   विवेक रंजन अग्निहोत्री की द वैक्सीन वॉर में नाना पाटेकर और अनुपम खेर के अलावा वो रियल वॉरियर्स भी नज़र आएंगे जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद की

विवेक रंजन अग्निहोत्री की द वैक्सीन वॉर

हाल में फिल्म के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने अपने सोशल मीडिया पर फिल्म के सेट से एक वीडियो जारी की थी, जिसमें लिखा था, “#TheVacineWar के सेट से । स्वतंत्रता दिवस 2023” । वीडियो में फिल्म के कलाकारों के साथ फिल्म मेकर को कई नारे लगाते हुए देखा जा सकता है ।

अब जैसे कि फिल्म इंडिपेंडेंस डे पर अपनी रिलीज की तैयारी कर रही है, एक अंदरूनी सूत्र ने बताया कि 'सच्ची कहानी' पर आधारित इस फिल्म में भारत के रियल वॉरियर्स भी हैं । इसके बारे में बात करते हुए, सोर्स कहते हैं, “ये सिख वॉलंटियर्स हैं जिन्होंने दूसरी लहर के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर मृत लोगों का दाह संस्कार करने में मदद की थी । उन्होंने अपनी इच्छा से हमारी फिल्म में काम किया और सटीक परिदृश्यों को फिर से बनाने में हमारी मदद की ।

सोर्स ने आगे कहा, “क्योंकि #TheVaccinWar एक सच्ची कहानी है, हम उतना ही रियल लोगों को कास्ट कर रहे हैं जितना हम कर सकते हैं । हम चाहते हैं कि यह सच्ची कहानी भारत के सच्चे योद्धाओं के साथ एक सहयोगी फिल्म बने । यह दुनिया के कुछ सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग से गहन शोध पर आधारित भारत में 'सच्ची कहानी' शैली की पहली फिल्म होने जा रही है । वैक्सीन वॉर भारतीय सिनेमा के लेवल को ऊपर उठाने और फिल्मों को भारत की सॉफ्ट पावर के रूप में इस्तेमाल करने की एक वास्तविक कोशिश है ।

भारत, दुनिया के बाकी हिस्सों की तरह ही पिछले दो सालों में काफी मुश्किलों से गुजरा है जब महामारी ने देश को बुरी तरह प्रभावित किया । कई भारतीय वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपना खून पसीना एक कर दिया ताकि मरीजों का इलाज किया जा सके और एक वैक्सीन बनाया जाए ।

जब लोग कोरोना पर जीत का जश्न मनाने में लगे थे, वहीं कुछ एजेंसियां, पार्टियां और मीडिया हाउस लगातार इस जीत को बदनाम करने की दिशा में काम कर रहे थे । तभी से विवेक अग्निहोत्री उन नक्सलियों के खिलाफ लड़ रहे हैं और उन्हें बेनकाब कर रहे हैं । भारत में बनी वैक्सीन इतनी असरदार रही है कि देश की आबादी 1.4 अरब होने के बावजूद भी नागरिक कोरोना से अप्रभावित रहे हैं । वहीं चीन, यूके और कई दूसरे देश 2023 में भी कोरोना से जूझ रहे हैं । 

इस फिल्म के साथ, विवेक रंजन अग्निहोत्री 15 अगस्त 2023 को 11 भाषाओं में अब तक की सबसे प्रॉमिसिंग फिल्मों में से एक देने के लिए पूरी तरह तैयार और दृढ़ है ।