बाहुबली जैसी ब्लॉकबस्टर फ़िल्म देने के बाद हर कोई एस एस राजामौली की आरआरआर का बेसब्री से इंतजार था । खासकर हिंदी भाषी क्षेत्रों में एस एस राजामौली की फ़िल्म का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था और 25 मार्च को लोगों का ये इंतजार पूरा हुआ जब जूनियर एनटीआर और राम चरण की स्टारर आरआरआर सिनेमाघरों में रिलीज हुई ।
आरआरआर के साथ जहां जूनियर एनटीआर ने अपना हिंदी डेब्यू किया है वहीं राम चरण की यह दूसरी हिंदी फ़िल्म है । तेलुगु फिल्म उद्योग के दो बेहद लोकप्रिय अभिनेता की पैन इंडिया फ़िल्म आरआरआर सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है ।
इस बार बहुत कुछ दांव पर लगा है । बाहुबली [2015] उस समय शून्य उम्मीदों के साथ आई थी । बाहुबली 2 [2017] की ऐतिहासिक सफलता के बाद आरआरआर से उम्मीदें काफ़ी बढ़ गई है । । महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि क्या आरआरआर उम्मीदों पर खरी उतर पाती है ?
आरआरआर स्वतंत्रता पूर्व युग [1920] में सेट है और दो क्रांतिकारियों के इर्द गिर्द घूमती है ।
RRR एक मजबूत मनोरंजक फ़िल्म है जो लंबी अवधि के बावजूद जरा भी निराश नहीं करती है । पटकथा का निर्माण आश्चर्यजनक रूप से किया गया है, ट्विस्ट और टर्न ध्यान खींचने वाले हैं और जिज्ञासा बढ़ाने वाले एपिसोड के साथ-साथ शानदार ढंग से निष्पादित एक्शन पीस आपको एंड तक मंत्रमुग्ध कर देते हैं । सबसे अच्छी बात यह है कि, आप फ़िल्म के प्लॉट को को नहीं जानते हैं [राजामौली ने इस बारें में रिलीज से पहले ज्यादा खुलासा नहीं किया है], इसलिए स्क्रीन पर जो सामने आता है वह आपको पूरी तरह से आश्चर्यचकित कर देता है ।
स्पॉइलर दिए बिना फ़िल्म की कहानी शुरू करते है । साल 1920 है । भारत पर अंग्रेजों का राज है। एक ब्रिटिश अधिकारी स्कॉट बक्सटन [रे स्टीवेन्सन] की पत्नी [एलिसन डूडी] एक आदिवासी लड़की, मल्ली से प्रभावित हो जाती है । वह लड़की को जबरन दिल्ली ले जाती है, जिससे उसके माता-पिता और बाकी जनजाति को बहुत धक्का लगता है ।
भीम [जूनियर एनटीआर] - जो जनजाति से संबंधित है - मल्ली को वापस लाने का वादा करता है । जब अंग्रेजों को भीम और उसके मिशन के बारे में पता चलता है, तो वे किसी भी कीमत पर उसका पता लगाने का फैसला करते हैं । हालांकि, भीम कैसा दिखता है, यह कोई नहीं जानता । एक पुलिस अधिकारी, रामा राजू [राम चरण] चुनौती लेता है ।
राजामौली की फिल्में दिल से देसी होती हैं और मनोरंजन से भरपूर होती हैं । आरआरआर उसमें अलग नहीं है । वह जानते है कि उसके दर्शक उनसे क्या उम्मीद करते हैं, जो बताता है कि क्यों हर सीक्वेंस मनोरंजन से भरा हुआ है । राजामौली की फ़िल्मों में इमोशन के साथ अलग ट्रीटमेंट होता है जो उनकी फ़िल्मों को अलग बनाता है ।
राजामौली के पास एपिक कहानी सुनाने की एक शानदार समझ है, जो दिखता है जब आप उनकी फ़िल्मों के विजुअल्स देखते हैं । पहले राम चरण का परिचय और बाद में जूनियर एनटीआर की ग्रैंडनेस आपको हैरान कर देती है ।
RRR में फिल्म देखने वालों का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए बहुत कुछ है । इमोशनल सीन्स काफ़ी संतुलित है साथ ही हास्य, नाटक, एक्शन पीस का अच्छा मेल है जो आपको हैरान कर देते है ।
फ़िल्म में कमी की बात करें तो, हां सेकेंड हाफ़ के बाद फ़िल्म थोड़ी सुस्त पड़ जाती है । इसके अलावा इस दौरान कुछ ऐसे सीक्वंस भी है जो समझ के परे है । निश्चितरूप से यह फ़िल्म एक मनोरंजक फ़िल्म है इसलिए यहां कोई लॉजिक नहीं देखना चाहिए । कुछ हिस्सों में प्रभाव की कमी है । साथ ही, आलिया भट्ट का किरदार और अच्छे से लिखा जा सकता था ।
आरआरआर जूनियर एनटीआर और राम चरण के बहादुर कंधों पर टिकी हुई है । जूनियर एनटीआर असाधारण लगते हैं और ऐसा अभिनय करते हैं जो कहीं भी निराश नहीं करता है । वह आरआरआर को बहुत जरूरी शक्ति देता है । राम चरण शानदार लगते हैं । नाटकीय और एक्शन सीन्स में वह जंचते हैं । विनसम एक्ट वेटेज जोड़ता है । इसके अलावा, आप 'नाचो नाचो' में जूनियर एनटीआर और राम चरण के डांसिंग स्किल से अचंभित रह जाते हैं । इस गाने की कोरियोग्राफी स्पेशल तारीफ़ की हकदार है ।
साथ ही, दोनों अभिनेताओं ने अपनी पंक्तियों को स्वयं हिंदी में डब किया है और बोलचाल के साथ-साथ शब्दों का प्रवाह भी परफ़ेक्ट है ।
आलिया भट्ट को ज्यादा स्कोप नहीं मिलता है, जबकि अजय देवगन एक बेहतरीन कैमियो में नजर आते हैं । रे स्टीवेन्सन [स्कॉट] और एलिसन डूडी [लेडी स्कॉट] निगेटिव भूमिका में जंचते हैं । ओलिविया मॉरिस को लिमिटेड स्कोप मिलता है । श्रिया सरन कैमियो में जंचती हैं ।
साउंडट्रैक में 'नाचो नाचो' में एक हिट नंबर है, जबकि 'शोले' [अंत क्रेडिट] फिल्म को समाप्त करने के लिए एक परफ़ेक्ट ट्रैक है । केके सेंथिल कुमार की सिनेमेटोग्राफ़ी शानदार है और फिल्म के पैमाने के साथ पूरा न्याय करती है । साबू सिरिल का प्रोडक्शन डिजाइन शानदार है । रमा राजामौली ने वेशभूषा पर अच्छी तरह से रिसर्च किया है और डिटेलिंग आप्को आकर्षित करती है । वीएफएक्स [वी श्रीनिवास मोहन] इंटरनेशनल लेवल से मेल खाता है । एक्शन सीक्वेंस फिल्म की ताकत में से एक हैं ।
कुल मिलाकर, RRR एक बेहतरीन एंटरटेनर है जो बड़े पर्दे पर देखने लायक है । फ़िल्म बड़े पैमाने पर हिट होने का दम रखती है । इसे जरा भी मिस मत कीजिए ।