पिछले हफ़्ते सिनेमाघरों में दो बड़ी फ़िल्मों, सनी देओल की गदर 2 और अक्षय कुमार की OMG 2, का ऐतिहासिक बॉक्स ऑफिस मुक़ाबला हुआ । और दिलचस्प बात ये रही कि दोनों ही फ़िल्में अपने-अपने लिए दर्शक जुटाने में कामयाब रहीं । जहां गदर 2 कमाई के मामले में हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है वहीं ओह माय गॉड 2 भी पीछे नहीं रह रही है । गदर 2 से मुक़ाबला और एडल्ट सर्टिफिकेट के बावजूद तेज़ी से 100 करोड़ क्लब की ओर बढ़ती ओह माय गॉड 2 ने अब तक कुल 85.05 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है । लेकिन ओह माय गॉड 2 के लिए रिलीज की राह उतनी भी आसान नहीं रही ।
OMG 2 के सामने आई कई कठिनाइयाँ
ओह माय गॉड 2 एक ऐसे पिता की अपने ऐसे बेटे, जो स्कूल में हस्तमैथुन करते हुए पकड़ा जाता, के हक़ के लिए लड़ने की कहानी है । शिव भक्त पिता की परेशानी में उसका साथ देने आता है भगवान शिव का दूत, जिसका किरदार अक्षय कुमार ने निभाया है । यही इस फ़िल्म का पूरा सार है । जहां फ़िल्म को दर्शकों और फ़िल्म क्रिटिक से खूब सराहना मिल रही है वहीं बॉलीवुड के कुछ दिग्गज प्रोडजक्शन कंपनी ने इसे लेने से इंकार कर दिया था । ओह माय गॉड 2 के निर्देशक अमित राय ने खुलासा किया कि फिल्म की असामान्य कहानी के कारण, करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस, आशुतोष गोवारिकर के आशुतोष गोवारिकर प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड और सोनी पिक्चर्स सहित कई प्रोडक्शन हाउस ने ओह माय गॉड 2 को लेने से इनकार कर दिया था । वहीं अमित राय ने उन पर और उनकी स्क्रिप्ट पर भरोसा करने के लिए अक्षय कुमार और फिल्म के निर्माताओं की सराहना की ।
अमित राय ने मिड-डे को बताया, “आशुतोष गोवारिकर के स्टूडियो, धर्मा प्रोडक्शंस और सोनी पिक्चर्स सहित नौ प्रोडक्शन हाउस ने फिल्म को अस्वीकार कर दिया था । लोगों ने मेरी कहानी को बकवास कहा । अक्षय और निर्माताओं ने मुझ पर और मेरी स्क्रिप्ट पर भरोसा किया और फ़िल्म बनाने का प्रोत्साहन दिया । उन्होंने मुझे वह सब कुछ दिया जो वे दे सकते थे - बजट से लेकर [उज्जैन में] महाकालेश्वर मंदिर के अंदर शूटिंग की अनुमति तक ।”
इतना ही नहीं OMG 2 को अपनी रिलीज़ के लिए भी काफ़ी कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा । केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने OMG 2 को 'ए' सर्टिफिकेट के साथ 27 कट्स का निर्देश दिया । इस पर अमित राय ने खुलासा किया कि निर्माताओं ने सीबीएफसी सदस्यों से यू/ए सर्टिफिकेट के लिए विनती की थी । उन्होंने कहा, “हमारे निर्माता उनसे फिल्म के 'ए' सर्टिफिकेट को बदलने के लिए खूब विनती की । मैंने उनके सामने हाथ भी जोड़े, लेकिन वे नहीं माने । उन्होंने कहा कि पीएचडी बच्चे फिल्म देख सकते हैं, लेकिन यह किशोरों के लिए बनाई गई है ।”