बॉलीवुड में नेपोटिज्म किसी से भी छुपा हुआ नहीं है । करण जौहर के टॉक शो कॉफ़ी विद करण में जब से कंगना रनौत ने बॉलीवुड में नेपोटिज्म मुद्दे को उठाया है तब से बॉलीवुड लोगों के निशाने पर आ गया । बॉलीवुड फ़िल्ममेकर्स पर अक्सर नेपोटिज्म का आरोप लगाया जाता है । करण जौहर को तो नेपोटिज्म फ़्लैग बियरर भी कहा गया था । लेकिन इंडस्ट्री में एक ऐसे भी फ़िल्ममेकर हैं जिन्होंने अपनी फ़िल्मों से अन्य लोगों को तो स्टार बना दिया लेकिन अपने घर के सदस्य को बॉलीवुड में सही मुकाम नहीं दिलवा पाए । और ये फ़िल्ममेकर हैं यशराज फ़िल्मस के प्रमुख आदित्य चोपड़ा, जिन्होंने पठान सहित हिंदी सिनेमा को कई ब्लॉकबस्टर फ़िल्में दी हैं । आदित्य चोपड़ा ने नेटफ्लिक्स शो द रोमैंटिक्स के प्रमोशन के दौरान अपने रेयर इंटरव्यू में बॉलीवुड में नेपोटिज्म के बारें में खुलकर बात की ।

आदित्य चोपड़ा ने अपने भाई उदय चोपड़ा के फ़्लॉप करियर पर चुप्पी तोड़ी ; “YRF ने कई न्यूकमर्स को स्टार बनाया लेकिन हम उदय को स्टार नहीं बना पाए, फ़िल्मी फ़ैमिली से आने वाला हर व्यक्ति सफ़ल नहीं होता”

आदित्य चोपड़ा ने उदय चोपड़ा के फ़्लॉप करियर पर खुलकर बात की

इस बारें में आदित्य चोपड़ा ने कहा, , “हाँ, नेपोटिज्म पर छिड़ी बहस दुर्भाग्यपूर्ण है । लगभग 25 या 30 साल पहले, फ़िल्म इंडस्ट्री निश्चित रूप से छोटी थी । इसलिए, बच्चे के लिए माता-पिता के समान व्यवसाय करने की इच्छा रखना बहुत स्वाभाविक था । अधिकांश भारतीय व्यवसायों में भी ऐसा ही होता है । मुझे लगता है कि प्रत्येक व्यक्ति जो प्रिव्लेज्ड होता है, या वह किसी फ़िल्मी फ़ैमिली से आता है, या वो जिसे लोग फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ या इनसाइडर कहते हैं, हर कोई सफल नहीं होता है ।”

आदित्य चोपड़ा ने अपनी बात को साबित करने के लिए अपने भाई उदय चोपड़ा का उदाहरण दिया, “मेरा भाई एक अभिनेता है और वह बहुत सफल अभिनेता नहीं है । उदय सबसे बड़े फिल्म निर्माताओं में से एक का बेटा है । वह एक बहुत बड़े फिल्म निर्माता का भाई है । YRF जैसी कंपनी जिसने शायद सबसे नए लोगों को लॉन्च किया हो, लेकिन उदय को हम स्टार नहीं बना सके! हम ऐसा क्यों नहीं कर सके? तो इसका सिर्फ़ एक जवाब है, और वो ये है कि ये सिर्फ़ दर्शक ही तय करते हैं कि कौन हीरो बनने लायक है और कौन नहीं । और उन्हें किसे देखना है और किसे नहीं । इस बारें में हम कोई फ़ैसला नहीं ले सकते ।”

आदित्य ने ये भी बताया कि उदय का अभिनय करियर क्यों नहीं चला, “उदय एक बहुत ही प्रतिभाशाली अभिनेता है । वह बहुत मेहनती है । लेकिन जो भी कारण हो, दर्शक उन्हें उस तरह नहीं देखना चाहते थे, जैसा वह खुद को दिखाना चाहते थे । दर्शक उसे कॉमेडी करते हुए देखना चाहते थे लेकिन उदय को कॉमेडी पसंद नहीं थी । ”