संजय दत्त के जेल से जल्दी रिहा होने पर कई सारे विवाद खड़े हो गए हैं । लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार ने एक्टर संजय दत्त को समय से पहले जेल से रिहा करने के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट के सामने अपना पक्ष रखा है। गौरतलब है कि संजय को तय अवधि से आठ महीने पहले ही रिहा कर दिया था। सरकार ने हलफनामा दायर करके कहा है उसने तय नियमों के आधार पर ही संजय को जेल से रिहा किया था। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि संजय दत्त के साथ कोई विशेष व्यवहार नहीं किया गया था।

आपको बता दें कि पुणे निवासी प्रदीप भालेकर ने संजय दत्त को दिए गए छूट के साथ-साथ कैद की सजा के दौरान जेल अधिकारियों द्वारा अभिनेता को दी जाने वाली निरंतर रियायतें और पैरोल की मांग पर मुकदमा दायर किया था। इसके जवाब में, महाराष्ट्र सरकार ने न्यायमूर्ति आर एम सावंत और साधना जाधव की पीठ के सामने एक रिपोर्ट सौंपी जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह छूट संजय दत्त के अच्छे व्यवहार, अनुशासन और शारीरिक गतिविधियों जैसे भौतिक प्रशिक्षण और शैक्षिक गतिविधियों में भागीदारी का परिणाम था । इस बारे में बात करते हुए कि छूट की प्रक्रिया कैसे काम करती है, इस बारें में महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि सरकार कैदी की उसके अनुशासन और अच्छे व्यवहार के आधार पर हर माह सात दिन की सजा को माफ़ कर सकती है । इसलिए दिशानिर्देशों के अनुसार, अभिनेता को 256 दिनों तक की छूट मिल सकती थी, जो आठ महीने और 16 दिन की छूट थी । असल में याद हो तो, दिसंबर 2015 में संजय दत्त की विशेष छूट के अनुरोधों में से एक को खारिज कर दिया गया था, सरकार ने अब अपने रुख पर स्पष्ट किया।

गौरतलब है कि संजय दत्त को मुंबई में मार्च 1993 में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले से जुड़े हथियार रखने के दोष में मुंबई की टाडा अदालत ने छह साल जेल की सजा तथा 25,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी । संजय दत्त ने अपनी पूरी सजा पुणे के यरवदा जेल में भुगती । उन्हें 25 फरवरी, 2016 को रिहा कर दिया गया । मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में 257 लोगों की जान गई थी । दत्त यरवडा जेल में बंद थे । जहां उनके अच्छे व्यवहार को आधार बनाते हुए उन्हें 2016 फरवरी में सजा पूरी होने से पहले रिहा कर दिया गया था । आपको बता दें कि सजा के दौरान संज़य को 90 दिन का फ़र्लो मिला था और उसके बाद 30 दिन का फ़र्लो, और इसके बाद उनकी जेल से जल्दी रिहाई, इन सबने संजय के जेल से जल्दी रिहा होने पर सवाल उठा दिया ।