कलाओं में धर्मनिरपेक्षता ने सिर्फ एक नई परिभाषा का अधिग्रहण किया, जिसमें दीपिका पादुकोण को संजय लीला भंसाली की पद्मावती, जो अब पद्मावत के नाम से है, में 'घूमर' गीत में कवर करने के लिए कहा गया था । जाहिरा तौर पर 'घूमर' नृत्य सीन के दौरान घाघरा चोली पहनी दीपिका का कमर और पेट दिखाई दे रहा था, जिस पर आपत्ती जताइ गई और इस सीन को यह कहकर हटाने के लिए कहा गया कि, चूंकि दीपिका इस फ़िल्म में राजपूत रानी पद्मनी का किरदार निभा रही हैं है इसलिए शाही राजपूत स्त्र‍ियां इस तरह नृत्य नहीं करती हैं, इसलिए इसे हटाया जाए ।

"सीबीएफसी की परिक्षक समिति ने फिल्म के प्रोड्यूसर्स से कहा - निर्देशक सेंसर की स्क्रीनिंग के दौरान मौजूद नहीं थे – घूमर गाने में उन शॉट्स को हटाने के लिए जहां उनका पेट दिखाई दे रहा था । इससे गाने की कोरियोग्राफी का फ्लो बिगड़ सकता है । इसलिए निर्देशक कम्प्यूटर ग्राफिक्स के जरिए बेली को छिपाने की कोशिश करेंगे । स्क्रीनिंग के दौरान उपस्थित सूत्र ने बताया ।

सीबीएफसी के सुझाए गए बदलावों के बाद बोर्ड को फिल्म की कॉपी सौंप दी गई है, लेकिन अभी तक इसे सर्टिफिकेट नहीं मिला है । सीबीएफ़सी द्दारा पद्मावत को देखे जाने की जानकारी देते हुए सूत्र ने बताया, “इस बदलाव के लिए स्क्रीनिंग के बाद बहस शाम 5 बजे से शुरू हई और रात दो बजे तक चली । उस दौरान सीबीएफ़सी प्रमुख प्रसून जोशी मौजूद थे । इतिहासकारों और शाही प्रतिनिधियों ने कई आपत्तियां उठाई लेकिन सीबीएफसी के बोर्ड के सदस्यों ने कंटेंट में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाया। उन्होंने छोटे परिवर्तनों के साथ 'यू / ए' की सिफारिश की।”

पद्मावत प्रोड्यूसर्स ने सिफारिशों को संशोधित किया है और फिल्म को सीबीएफसी को पुनः प्रस्तुत कर दिया है । लेकिन प्रोड्यूसर्स को अभी सेंसर प्रमाण पत्र दिया जाना बाकी है। अस्थिर और खतरनाक परिदृश्य को देखते हुए यह संभव नहीं है कि फिल्म वास्तव में 25 जनवरी को रिलीज़ होगी ।