यौन उत्पीडन के मामले में फ़ंसे गायक-अभिनेता अली जफ़र को इस मामले में फ़ंसाना इतना आसान नहीं है, जितना लग रहा है । न ही वह 'हार्वे वेनस्टीन' स्लॉट में आसानी से फ़ंसने वाले है । लगता है कि अली को अपनी निर्दोषता साबित करने के लिए अपनी लड़ाई में कई समर्थक मिल गए है । और वह इसकी लड़ाई लड़ेंगे । जब मैंने इस बारें में अली जफ़र से बातचीत की तो उन्होंने कहा, ''आखिर में सच की ही जीत होगी । मैं खुद को जानता हूं और मैं अपने विश्वास को जानता हूं ।"

यौन उत्पीडन के आरोप में अली जफ़र को फ़ंसाना इतना आसान नहीं है फ़िर भले ही मीशा शफ़ी के पास सबूत क्यों न हो

अली जफ़र के पास भी है अपनी बेगुनाही का सबूत

अली जफर वास्तव में अपनी मासूमियत साबित करने के लिए दृढ़ हैं क्योंकि वह इसमें विश्वास करते हैं । पाकिस्तानी मनोरंजन उद्योग से उनके मित्र, परिवार, प्रशंसकों और कई सहयोगी दृढ़ता से उनके साथ है । पाकिस्तान के एक प्रमुख अभिनेता ने मुझे अली का बचाव भेजा और फिर इसे हटा दिया और कहा कि वह "सही" समय पर बात करेगा ।

इसका ये मतलब है कि, जब समय आएगा तो अली के सहयोगियों और दोस्त उनके सपोर्ट में सामने आएंगे । तथ्य यह है कि #MeToo कैम्पेन की पैरवी करने वाली महिलाएं भी बिना किसी डर के सोशल मीडिया पर अली के सपोर्ट में सामने आई है और ये साबित करता है कि अली को अपनी बेगुनाही पर कितना यकीन है ।

अली जफ़र की पत्नी भी दे रही हैं उनका साथ

सूत्रों के मुताबिक अली की पत्नी आयशा भी अपने पति की निर्दोषता के साथ "पूरी तरह से और बिना शर्त" के उनके साथ खड़ी है । "अली जफर को अपराधी बनाना इतना आसान नहीं होगा क्योंकि पाकिस्तान का मनोरंजन उद्योग का उन्हें बहुत समर्थन है । उनके पास अस्थिर प्रतिष्ठा नहीं है । साथ ही, जब कथित पीड़िता का दावा है कि उसके पास अली के अपराध का सबूत है, तो इसका क्या अर्थ है ? जब उसके साथ कथित दुर्व्यवहार हुआ,तब क्या उसने उसकी तस्वीरें ली ? यौन अपराधों का क्या प्रमाण हो सकता है? "

महत्वपूर्ण रूप से आरोप लगाने वाले मीशा सफ़ी के वकील ने एक टेलीविजन साक्षात्कार में दावा किया कि मीशा को अली की तरफ़ से मानहानि या मीशा ने जो आरोप अली पर लगाए हैं उसके लिए, सार्वजनिक माफी का कोई कानूनी नोटिस नहीं मिला है ।

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इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि, अली की पीछे हटने की कोई मंशा नहीं है । ''वह इसके लिए लड़ेंगे । आखिरकार यह उनकी प्रतिष्ठा-मान मर्यादा का सवाल है । अली बहुत प्रतिष्ठा वादी है । जब तक वह अपनी निर्दोषता साबित नहीं कर देते तब तक वह लड़ेंगे ।'' सूत्र ने बताया ।