पिछले कुछ महीने से फ़िल्मों को अपनी निर्धारित रिलीज डेट पर रिलीज नहीं होने का डर सता रहा है और इसकी वजह है नई सेंसर दिक्कत जिसके तहत फ़िल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी के लिए रिलीज डेट के 69 दिन पहले पेश किया जाना है । ज्यादातर फिल्में आम तौर पर केंद्रीय बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के कार्यालय में सिर्फ दो या तीन हफ्ते पहले पेश की जाती हैं । नतीजतन, जस्टिस लीग (केवल हिंदी संस्करण), फ़िरंगी, तेरा इंतजार इत्यादि की रिलीज में थोड़ी देर हो गई ।

इस नियम के कारण जहां मीडिया और सिनेप्रेमियों के एक तबले में भले ही इसको लेकर डर सता रहा हो लेकिन, टाइगर जिंदा है, 2017 की अंतिम बड़ी फ़िल्म, इससे प्रभावित होते हुए नहीं दिखाई दी । क्योंकि सीबीएफसी ने अपने नियमों में ढिलाई बरती, क्योंकि इस नियम के चलते कई फ़िल्में स्थगित हो रही है नतीजतन कई दूरगामी प्रभाव पड़ेंगे जो कि सही नहीं है । यदि खबरों की माने तो, टाइगर जिंदा है को सीबीएफसी सदस्यों द्वारा देखा गया है और इस सप्ताह के पहले ही इसे मंजूरी भी दे दी गई है । अगर खबरों की मानें तो, जांच समिति ने इस फ़िल्म को यू / ए प्रमाणपत्र जारी किया है । लेकिन इसमें दो ऑडियो और एक विजुअल कटौती की गई है । सूत्रों के मुताबिक वो सीन थे, एक तो नर्स को किस मारते हुए दिखाया गया था, उसे अब हटा दिया गया है और दो गालियों को साइलेंट या रिप्लेस कर दिया गया है ।

टाइगर जिंदा है, सलमान खान और कैटरीना कैफ़ अभिनीत ब्लॉकबस्टर फ़िल्म एक था टाइगर का सीक्वल है । साल 2012 में आई इस फ़िल्म में भी सलमान और कैटरीना जासूस टाइगर ऐर जोया के किरदार में नजर आए थे । जहां इस फ़्रेंचाइजी का पहला भाग, एक था टाइगर को कबीर खान द्दारा निर्देशित किया गया था वहीं इसके दूसरे भाग-टाइगर जिंदा है को अली अब्बास जफ़र, जिसने सलमान खान के साथ 300 करोड़ की कमाई करने वाली ब्लॉकबस्टर फ़िल्म सुल्तान को बनाया था, द्दारा निर्देशित किया गया है । आपको बता दें कि टाइगर जिंदा है, साल 2014 के असल जिंदगी के घटनाक्रम पर आधारित है जिसमें 46 नर्स को आतंकी समूह आईएसआईएस द्वारा बंधक बना लिया था । इस फ़िल्म को दुबई,जर्मनी की खूबसूरत जगहों पर शूट किया गया है और जब से इस फ़िल्म का ट्रेलर आया है तब से इसने फ़िल्म के लिए उत्साह को और ज्यादा बढ़ा दिया है ।