फ़िल्म का कंटेंट किसी भी सांस्कृतिक या धार्मिक समूह को अपमानित करता है या नहीं, इसका फ़ैसला करने का चार्ज अब केंद्रीय बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) को है और इसी के साथ पद्मावती का विवाद अब खत्म होने के करीब है । बोर्ड के सदस्यों द्दारा फ़िल्म देखने से पहले, सीबीएफसी अध्यक्ष प्रसून जोशी ने सोमवार दोपहर को, खुद के लिए फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की थी ।

बेहद विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, ''प्रसून जोशी जी ने पद्मावती को देखा और जो हमें बताया गया है, वो ये है कि उन्होंने फ़िल्म के कंटेंट में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाया है । अब सेंसर बोर्ड के सदस्य इस फिल्म को देखेंगे । हमें उम्मीद है कि फिल्म किसी भी कटौती के बिना निकल जाएगी ।"