इस महीने की शुरूआत में नवाजुद्दीन सिद्दीकी के अभिनीत फ़िल्म बाबूमोशाय बंदूकबाज अपने बोल्ड कंटेंट के कारण सेंसर बोर्ड की नाराजगी का शिकार हुई, इतना ही नहीं, फ़िल्म की प्रोड्यूसर किरण श्रॉफ़ को इस फ़िल्म के लिए सीबीएफसी (केंद्रीय फिल्म प्रमाणन) के एक सदस्य की तरफ़ से भद्दे कमेंट्स भी झेलने पड़े थे । सेंसर बोर्ड द्दारा फ़िल्म में 48 कट लगाने के बाद, फ़िल्म के मेकर्स ने फिल्म प्रमाणन अपीली अधिकरण (एफसीएटी) के पास जाने का फ़ैसला किया ताकि उनकी फ़िल्म को रिलीज करने का प्रमाणपत्र मिल जाए ।

अब इस बारें में खबर है कि, एफसीएटी ने बाबूमोशाय बंदूकबाज के मेकर्स को 48 कट लगाने के बजाय सिर्फ 8 मामूली कट्स लगाने को कहा है । एफसीएटी ने फिल्‍म के यह 8 कट भी स्वैच्छिक रखें हैं यानी फिल्‍मकार अपनी मर्जी पर इन्‍हें हटाने या न हटाने का फैसला ले सकता है । इसी के साथ फ़िल्म का 'ए' सर्टिफ़िकेट बरकार रखा है । फ़िल्म के निर्देशक कुशन नंदी, जो वर्तमान फ़ैसले से बेहद खुश हैं, ने कहा कि शेड्यूल के अनुसार, फिल्म अपने मूल पूर्ण विकसित संस्करण में रिलीज होगी । उन्होंने आगे कहा कि, एफसीएटी सदस्यों को लगा कि फ़िल्म में जितने भी कट लगाए गए थे असल में उनका कोई मतलब नहीं था, इसलिए उन्होंने इसके आगे बढ़कर अपना फ़ैसला लिया ।

आगे कुशन नंदी ने सेंसर बोर्ड के पूर्व प्रमुख पहलाज निहलानी, जिन्हें हाल ही में सीबीएफसी से निकाल दिया गया, पर उनकी फ़िल्म को नुकसान पहुंचाने और पुराना बदला लेने का आरोप लगाया । कुशन ने बताया कि हालांकि एफसीएटी ने कुछ समय पहले फिल्म के लिए इस सिफारिश को पारित किया था, लेकिन पहलाज ने उन्हें एक पत्र भेजा जिसमें लिखा था कि फ़िल्म के मेकर्स ने सीबीएफसी और एफसीएटी को दो अलग-अलग संस्करण दिखाए । लेकिन कुशन ने तकनीकी सबूत दिखाकर इन आरोपों को खारिज कर दिया था ।

बाबूमोशाय बंदूकबाज में नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ बिदिता बाग अहम भूमिका निभाती हुई नजर आएंगी । यह फ़िल्म 25 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी ।