फ़िल्म बाहुबली : द कन्क्लूज़न को लेकर दर्शकों की अपेक्षाएं आसमान को छू रही हैं । हर कोई अपने एक सवाल का जवाब चाहता है कि आखिर 'कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा ?' बाहुबली फ़िल्म में बाहुबली का किरदार निभाने वाले अभिनेता प्रभास की लोकप्रियता देश-विदेश तक फैल गई है । अब हर कोई उन्हें बाहुबली के रूप में ही जानता है । बाहुबली 2 में प्रभास को विशालकाय डील-डोल वाला दिखाने का श्रेय मि. वर्ल्ड रह चुके लक्ष्मण को जाता है, जो प्रभास के ट्रेनर रहे ।

आपको बता दें कि बाहुबली : द कन्क्लूज़न फ़िल्म में प्रभास दोहरी भूमिका में नजर आएंगे, एक तो शिवुडू, जो बाहुबली का बेटा है और दूसरा बाहुबली । शिवडू जिसका वजन 86 से 88 किलोग्राम है, वहीं बाहुबली जिसका वजन 105 किलोग्राम है । जाहिर्तौर पर इस फ़िल्म के लिए प्रभास को दो बार बॉडी ट्रांसफ़ोरमेशन से गुजरना पड़ा और इसमें उनका साथ दिया मि. वर्ल्ड रह चुके लक्ष्मण ने, जो प्रभास के ट्रेनर हैं ।

मिस्टर वर्ल्ड 2010 जीतने वाले लक्ष्मण रेड्डी कहते हैं, "बाहुबली के रूप में, जहां प्रभास को ज्यादा मसल्स बनाने की जरूरत पड़ी वही उनके बेटे के चरित्र शिवडू के लिए, उन्हें दुबला दिखना पड़ा । चार सालो में इस तरह का शारीरिक परिवर्तन करना प्रभास के लिए काफी मुश्किल रहा । प्रभास के बॉडी फैट के परसेंटेज के मुताबिक उनक वजन 100 किलोग्राम के आस पास रहना चाहिए था लेकिन शिवडू के चरित्र के लिए उनको वजन कम करने के साथ साथ टोंड बॉडी का भी ध्यान रखना पड़ा ।

प्रभास के जीवन में के एक मुश्किल दिन की चर्चा करते हुए, ट्रेनर ने बताया कि, 'आधे घंटे का कार्डियो पूरे दिन की शूटिंग के बाद होगा । उन्होंने एक सख्त आहार का पालन किया, सभी प्रकार के कार्बोहायड्रेट को बंद कर दिया गया और शिवडू के चरित्र के लिए प्रोटीन पर ध्यान दिया गया । उनके भोजन में "एग व्हॉट्स, चिकन, नट, बादाम, मछली और सब्जियों" शामिल थी । वही बाहुबली के किरदार के लिए, उनके भोजन में पनीर और मटन के साथ भारी मात्रा में कार्बोहायड्रेट शामिल था । उन्होंने आगे बताया कि प्रभास को बिरयानी बहुत पसंद है तो हर 20 दिन में उनेक एक बार बिरयानी खाने को दिया जाता था । इतना ही नहीं प्रभास कई बार जंक फूड की डिमांड भी करते थे पर मैं बहूत सख्त था, और उनकी इच्छाओं को समझते हुए मैं लगातार उनके भोजन का सेवन और कसरत की निगरानी करता रहता था ।

रेड्डी कहते हैं कि, 'प्रभास अपनी ट्रेनिंग का बखूबी से पालन करते थे और अपनी कसरत को भी पूरे अनुशासन के साथ करते थे । कभी कभी ऐसे दिन होते थे की हमें आधी रात को व्यायाम शुरू करना पड़ता था और प्रभास ने बिना किसी आलस्य के सब कुछ किया । उनका काम को लेकर समर्पण अद्भुत था ।'