शनिवार की रात, सीक्रेट सुपरस्टार ज़ायरा वसीम दिल्ली से मुंबई की फ़्लाइट में छेड़छाड़ की शिकार हुईं । फ़्लाइट में उनकी सीट के पीछे बैठे व्यक्ति ने उन्हें अपने पैर से गलत तरीके छूने की कोशिश की । राखी सावंत का दिल उस यंग गर्ल पर आ गया । लेकिन वह इस वारदात में हुई कुछ विसंगतियों के बारे में भी आश्चर्य करती है, जिससे कई लोग सही टिप्पणियों से सहमत होगे ।

"17 वर्षीय ज़ायरा, अपने एक सह-यात्री द्वारा परेशान की गई जिसका नाम मुझे लगता है, विकास है । सोशल मीडिया पर अपने दुख को उगलने के लिए उन्होंने मुंबई उतरने की प्रतीक्षा क्यों की ? उन्हें बजाए इंतजार करने के, फ़्लाइट में हंगामा मचाना चाहिए था । जिस वक्त ये हरकत हुई,उसे उसी वक्त उस आदमी के थप्पड़ जड़ देना चाहिए था । मैं होती तो उस आदमी को थप्पड़ मार देती और सह-यात्रियों व केबिन क्रू को चिल्ला कर अपने पास इकठ्ठा कर लेती । एक आदमी खराब है तो बाकी लोग तो फ़्लाइट में अच्छे है न । ज़ायरा ने वहां हो-हल्ला क्यों नहीं मचाया । इंतजार क्यों किया ? और बच्चे की तरह क्यों रोई ?''

राखी को लगता है कि दंगल एक्ट्रेस से कोई इस तरह का व्हवहार करने की उम्मीद नहीं करता है । ''दंगल में आमिर ने उसे सिखाया था कि कैसे लड़ना चाहिए । ज़ायरा एक दंगल गर्ल है, जो रोते हुए किसी की सहानुभूति पाने की कोशिश नहीं करती है । उसे उस अपराधी को बहुत जोर से मारना चाहिए था ।''

राखी सावंत एयरलाइन को क्लीन चिट देती हैं । ''मैं विस्तारा से बहुत ज्यादा ट्रेवल करती हूं । वे बहुत शिष्ट और अच्छे है । उनका केबिन क्रू भी विनम्र और विचारशील हैं । उनके पायलट कुशल हैं । मुझे समझ में नहीं आ रहा कि कैसे ज़ायरा के साथ कैसे ये सब हुआ और बात इतनी आगे बढ़ गई ।"

कथित अपराधी को धर दबोचने में दिखाई गई तत्तपरता को देखकर अभिनेत्री भी आश्चर्यचकित हैं । ''17 साल का सेलिब्रिटी बच्चा उत्पीडन की शिकायत करता है । और कुछ ही घंटों में उस अपराधी को धर-दबोच कर हिरासत में ले लिया जाता है । एक 5 साल की गरीब अनजान लड़की का बलात्कार होता है और उसे मार दिया जाता है । अपराधी इतना संगीन अपराध करने बाद बेखौफ़ खुला घूमता है । ये सब हमारे देश में क्या हो रहा है ? कहीं-कहीं प्राथमिकताएं एक नया मोड़ लेल्ती है । कुछ तो शर्म करो ।''

कार्यकर्ता-फिल्म निर्माता अशोक पंडित, ने कहा, ''यदि यह सच है (कि ज़ायरा वासीम के साथ वास्तव में वो वारदात हुई है), तो मोलेस्टर के खिलाफ गंभीर कार्रवाई करना बहुत महत्वपूर्ण है । किसी को भी इस तरह से लड़की को अपमानित करने का कोई अधिकार नहीं है । उस समय उसकी मन;स्थिती की कल्पना करिए । आज यदि ज़ायरा है तो कल किसी की भी बेटी, बहन, मां और पत्नी हो सकती है । मेरे लिए वो लोग, जो उसमय मौजूद थे और ये देखकर खामोश थे, तो मेरी नजर में वो उअस अपराधी से भी बड़े अपराधी है । जैसा कि मैं कह चुका हूं, निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले दूसरे का भी पक्ष सुनना उतना ही महत्वपूर्ण है ।''

लेखक-फिल्म निर्माता अपूर्व असरानी कहते हैं, ''यह शर्मनाक है कि वह आदमी अपने आराम के लिए उनकी सीट के हत्थे का इस्तेमाल कर रहा था । मैं उसे अपराधी मानता हूं । मुझे खुशी है कि ज़ायरा ने इसके खिलाफ़ आवाज उठाई और मुझे उम्मीद है कि लोग इससे सबक लेंगे ।''